ओपिनियन पोल का स्टिंग ऑपरेशन, पैसों के लिए बदले जाते हैं नतीजे
न्यूज चैनल द्वारा कराए गए स्टिंग ऑपरेशन के जरिए पता चला कि देश भर में ओपिनियन पोल करने वाली 11 एजेंसियों में से कुछ ऐजेंसियां पोल के आंकड़ों को पैसों के खातिर बदल देती है। क्यूआरएस, इपसॉस इंडिया, सी वोटर, एमएमआर, हब पल्स, डीआरएस, न्यूज स्ट्रीट डिजिटल मीडिया, लीड टेक मैनेजमेंट कंसल्टिंग प्राइवेट लिमिटेड, वैष्णो कॉमटेक, आरडीआई, ऑकटेल जेसे बड़े ब्रांड की ऐजेंसी भी इस स्टिंग ऑपरेशन में शामिल है।
इस चैनल द्वारा कराए गए स्टिंग ऑपरेशन में दिखाया गया है कि किस तरह से सर्वे करने वाली एजेंसियां राजनीतिक दलों और मीडिया हाउस से पैसे लेकर मनमुताबिक नतीजे पेश कर देती हैं। पैसे लेकर सर्वे के नतीजे मनमाफिक बढ़ाए या घटाए जाते हैं।
वहीं इस खुलासे में ये बात भी सामने आई है कि ओपिनियन पोल के कारोबार में कालेधन का भी इस्तेमाल हो रहा है। कई रिसर्च एजेंसियां सर्वे के लिए बड़ी सीमा तक कैश लेने को भी तैयार हो गई। इस खुलासे के बाद लोगों का इन चुनावी सर्वे से भी भरोसा उठ गया है।