अमित शाह से जुड़ी कुछ बातें जो अब जानना बेहद जरूरी है
गुजरात के पूर्व गृहमंत्री अमित शाह (49) ने राजनाथ सिंह का स्थान लिया है, जो फिलहाल केंद्रीय गृहमंत्री हैं। राजनाथ ने पार्टी की संसदीय बोर्ड की बैठक के बाद अमित शाह को अध्यक्ष बनाए जाने की घोषणा की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शाह को मिठाई खिलाकर बधाई दी
इसकी घोषणा के साथ ही अमित शाह को मोदी के अतिरिक्त राजनाथ, लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी ने गुलदस्ता भेंटकर बधाई दी। राजनाथ ने कहा कि अमित शाह को यह पद उनके 'संगठनात्मक और प्रबंधन कौशल' को देखते हुए दिया गया है, जो उत्तर प्रदेश में लोकसभा चुनाव के दौरान देखा गया। उत्तर प्रदेश में भाजपा ने शानदार प्रदर्शन करते हुए लोकसभा की 80 में से 71 सीटों पर जीत हासिल की थी, जिसने इसके साथियों और विरोधियों सभी को हैरान कर दिया था।
इसके अतिरिक्त राज्य की दो सीटें भाजपा सहयोगी अपना दल के खाते में गई थी। कांग्रेस को सिर्फ दो सीटों और समाजवादी पार्टी (सपा) को पांच सीटें हासिल हुईं, जबकि राज्य से बहुजन समाज पार्टी (बसपा) का खाता नहीं खुला।
अमित शाह को अध्यक्ष पद मिलना उनकी सफलता की कहानी कह रहा है। हालांकि अध्यक्ष चुने जाने के बाद विपक्षी दलों में प्रतिक्रियाओं का दौर शुरु हो गया है। विपक्षी दल का कहना है कि अमित शाह दागी है और उन्हें अबतक क्लिन चिट नहीं मिला है तो उन्हें अध्यक्ष क्यों बनाया गया। इसी कम्र में आईए अमित अनिलचंद्र शाह उर्फ अमित शाह के बारे में जुड़े हर पहलु के बारे में जानते हैं जो अब जानना बेहद जरुरी है:
- अमित अनिलचंद्र शाह उर्फ अमित शाह का जन्म 22 अक्टूबर 1964 को मुंबई में हुआ था।
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के के ठीक विपरीत अमित शाह गुजरात के एक रईस परिवार से ताल्लुक रखते है।
- राजनीति में आने से पहले अमित शाह मनसा में प्लास्टिक के पाइप का पारिवारिक बिजनेस संभालते थे।
- मेहसाणा में शुरुआती पढ़ाई के बाद बॉयोकेमिस्ट्री की पढ़ाई के लिए अमित शाह अहमदाबाद आए।
- अमित शाह ने बॉयोकेमिस्ट्री में बीएससी की, इसके बाद पिता का बिजनेस संभालने में जुट गए।
- बचपन से ही अमित शाह का संबंध RSS के साथ रहा, कॉलेज के दिनों में वह आरएसएस के स्वयंसेवक बने।
- 1982 में अमित शाह की नरेंद्र मोदी से पहली मुलाकात हुई।
- अमित शाह 1983 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े और इस तरह उनका राजनीतिक करियर शुरू हुआ।
- नरेन्द्र मोदी से एक साल पहले उन्होंने 1986 में बीजेपी ज्वाइन किया।
- 1987 में अमित शाह भारतीय जनता युवा मोर्चा के सदस्य बने।
- 1999 में अहमदाबाद डिस्ट्रिक्ट कोऑपरेटिव बैंक (एडीसीबी) के प्रेसिडेंट चुने गए अमित शाह।
- 1997 में मोदी ने सरखेज के उपचुनाव में अमित शाह को उतारने की सलाह दी।
- फरवरी 1997 में उपचुनाव जीतकर शाह विधायक बने।
- अमित शाह को क्रिकेट खेलने, पढ़ने और समाज सेवा करने का शौक है।
- 1998 के चुनाव में अमित शाह चुनाव जीतकर अपनी सीट बरकरार रखी।
- 1997 से 2012 तक अमित शाह सरखेज से विधायक रहे।
- 2009 में अमित शाह गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन के वाइस प्रेसिडेंट बने।
- अमित शाह 2013 में नरनपुरा से विधायक चुने गए।
- 2014 में मोदी के पद छोड़ने के बाद GCA के प्रेसिडेंट बने।
- 2003 से 2010 तक गुजरात सरकार की कैबिनेट में गृहमंत्रालय का जिम्मा संभाला।
- शाह को पहला बड़ा राजनीतिक मौका मिला 1991 में, जब आडवाणी के लिए गांधीनगर संसदीय क्षेत्र में उन्होंने चुनाव प्रचार का जिम्मा संभाला।
- इसी तरह का मौका 1996 में भी अमित शाह के पास आया। जब अटल बिहारी वाजपेयी ने गुजरात से चुनाव लड़ना तय किया। मोदी के कहने पर उस चुनाव की पूरी जिम्मेदारी फिर से अमित शाह को ही सौंपी गई। उस समय वाजपेयी पूरे देश में पार्टी का प्रचार कर रहे थे। उन्होंने अपने क्षेत्र में न के बराबर समय दिया। पूरा दारोमदार अमित शाह ने अपने कंधे पर उठाया।
- 2002 में नरेंद्र मोदी की सरकार में सबसे कम उम्र के अमित शाह को गृह (राज्य) मंत्री बनाया गया।
- अभी तक अमित शाह ने कुल 42 छोटे-बड़े चुनाव लड़े लेकिन उनमें से एक में उन्होंने हार का सामना नहीं किया।
- सोहराबुद्दीन शेख की फर्जी मुठभेड़ के मामले में अमित शाह को 2010 में गिरफ्तारी का सामना करना पड़ा। शाह पर आरोपों का सबसे बड़ा हमला खुद उनके बेहद खास रहे गुजरात पुलिस के निलंबित अधिकारी डीजी बंजारा ने किया।
- 2014 लोकसभा चुनाव में यूपी में बीजेपी प्रभारी रहे, जिसमें उन्होंने पार्टी को शानदार सफलता दिलवाई।