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सचिन ने ले लिया संन्यास पर आडवाणी ने क्यों नहीं?

By Ajay Mohan
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Should LK Advani take retirement from politics
भारतीय जनता पार्टी की लगातार बैठकों में हुई जद्दोजहद के बाद आखिरकार लालकृष्ण आडवाणी को गांधीनगर के लिये फाइनल कर दिया गया। आडवाणी की नाराजगी पर मीडिया में भी तमाम खबरें चलीं, लेकिन हमने जब जनता से पूछा तो जवाब मिला- "आडवाणी को राजनीति से संन्यास ले लेना चाहिये, जब सचिन ने सही समय पर क्रिकेट से संन्यास ले लिया तो आडवाणी क्यों नहीं संन्यास लेते!"

हमने अपने पाठकों से सवाल किया कि आडवाणी को क्या करना चाहिये? दो विकल्प थे- राजनीति से रिटायरमेंट या राजनीति में रहकर मोदी के लिये परेशानी बने रहना चाहिये। खबर लिखे जाने तक इस पर 17,812 वोट पड़ चुके थे। जिनमें से 76 प्रतिशत (13525) लोगों ने कहा आडवाणी को संन्यास ले लेना चाहिये। वहीं 4289 (24 प्रतिशत) ने दूसरे विकल्प पर बटन दबाया। पोल अभी खुला हुआ है।

जनता के इस मत से साफ है कि अब वो आडवाणी को भाजपा की कोर टीम में नहीं देखना चाहती है। इससे कहीं न कहीं यह भी संदेश जाता है कि आडवाणी इस बार लोकसभा चुनाव में हार भी सकते हैं, क्योंकि अगर कांग्रेस या अन्य किसी पार्टी ने मजबूत युवा नेता को उनके ख‍िलाफ खड़ा कर दिया, तो आडवाणी को करारी श‍िकस्त मिल सकती है।

क्यों ऑफर की भोपाल की सीट

भाजपा ने आडवाणी को भोपाल की सीट ऑफर की थी, लेकिन उन्होंने गांधीनगर से ही लड़ने का फैसला किया। इसके पीछे का बड़ा कारण था मध्य प्रदेश में भाजपा के जनाधान को और मजबूत करना। अगर आडवाणी भोपाल से चुनाव लड़ते तो मध्य प्रदेश में भाजपा का जनाधार और ज्यादा मजबूत हो जाता। असल में नरेंद्र मोदी को वाराणसी से लड़ाने का मकसद भी यही है। मोदी के काशी से लड़ने पर पूरे उत्तर प्रदेश में भाजपा को मजबूती मिलेगी।

गांधीनगर के चैंपियन हैं आडवाणी

2009 में आडवाणी ने कांग्रेस के सुरेश पटेल को 1,21,747 वोटों से हराया था। उनका वोट शेयर 55% था।
2004 में आडवाणी ने कांग्रेस के जीएम ठाकोर को 2,17,138 वोटों से हराया। उनका वोट शेयर 61% था।
1999 में आडवाणी ने कांग्रेस के टीएन सेशन को 1,88,944 वोटों से हराया। उनका वोट शेयर 61% था।
1998 में आडवाणी ने कांग्रेस के पीके दत्ता को 2,76,701 वोटों से हराया। उनका वोट शेयर 58 % था।
1996 में आडवाणी मैदान में नहीं उतरे।
1991 में आडवाणी ने कांग्रेस के जीआई पटेल को 1,25,679 वोटों से हराया। उनका वोट शेयर 57% था।

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English summary
Cricketer Sachin Tendulkar took retirement at right age, why not BJP's senior most leader LK Advani is thinking about.
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