सतपाल महराज ने किया खुलासा, आखिर क्यों छोड़नी पड़ी पार्टी?
सतपाल महराज ने कहा कि कांग्रेस उन्हें पार्टी ना छोड़ने के एवज में मंत्रीपद का ऑफर दे रही थी, लेकिन उन्होंने इसे ठुकरा दिया। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि उनके हिंदूवादी चेहरा के चलते कांग्रेस उन्हें आगे बढ़ाने में डर रही थी।
सतपाल महराज ने कांग्रेस पर धोखाधड़ी का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने कांग्रेस की 25 साल सेवा की। लेकिन उनके हिंदूवादी चेहरेको कांग्रेस बर्दाश्त नहीं कर पा रही थी। कांग्रेस के भीतर हुए अपमान की बात करते हुए उन्होंने कहा कि 2009 के लोकसभा चुनाव के बाद उत्तराखंड से मंत्री बनाने की बात आई तो कांग्रेस ने हरीश रावत को तरजीह दी।
जहां महराज कांग्रेस पर आरोप लगाते रहे तो वहीं भाजपा का पक्ष लेते नजर आए। उन्होंने कहा कि धर्म के नाम पर वोट मांगने के आरोपों पर महाराज ने कहा कि राजनीति में धर्म का उपयोग तो कांग्रेस कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा के प्रधानमंत्री पद के दावेदार नरेंद्र मोदी को पहाड़ी राज्यों के लिए विकास के लिए प्लान बनाकर दिया है, जिसे नरेंद्र मोदी ने 10 अप्रैल को सिलीगुड़ी की रैली में स्वीकार कर लिया। गौरतलब है कि सतपाल महराज ने हाल ही में भाजपा की सदस्यता हासिल की है।