कांग्रेस पर चौतरफा हमला, तीन राज्यों की हिली सरकार
सहयोगियों की बगावत ने कांग्रेस आलाकमान के माथे पर बल ला दिया है। हरियाणा, असम, महाराष्ट्र और जम्मू-कश्मीर के नेताओं ने मौजूदा नेतृत्व के खिलाफ बगावत का झंडा बुलंद कर दिया है। विधानसभा चुनाव से ऐन पहले कांग्रेस को अलग-अलग राज्यों से झटके मिल रहे है। ऐसे में अगर हालात पर काबू नहीं पाया गया तो कांग्रेस के इन राज्यों से भी पूरी तरह साफ होने का खतरा पैदा हो गया है।
पहला हमला महाराष्ट्र सरकार की ओर से मिली है, जहां सरकार में शामिल वरिष्ठ नेता नारायण राणे ने मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा देने के बाद राणे ने कहा कि लोकसभा चुनाव में सरकार के खराब काम चलते जनता ने अपनी नाराजगी जाहिर की है। उधर, असम में कांग्रेस की तरुण गोगोई सरकार खतरे में है। कांग्रेस के 32 विधायकों ने गोगोई से बगावत करते हुए आज इस्तीफा दे दिया। जबकि जम्मू-कश्मीर के डोडा-ऊधमपुर से पूर्व सांसद चौधरी लाल सिंह ने कांग्रेस छोड़ने का ऐलान कर दिया। वहीं जम्मू में कांग्रेस-एनसीपी गठबंधन टूट गया है। दोनों ही पार्टियों ने अलग-अलग चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
वहीं हरियाणा कांग्रेस में भी घमासान शुरू हो गया है। यही बीरेंद्र सिंह बगावत पर उतर आए हैं। उनका दर्द भी नारायण राणे जैसा ही है। बीरेंद्र खुद को आने वाले विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री के तौर पर पेश न किए जाने से नाराज हैं। उन्होंने तो बकायदा मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व में चुनाव लड़ने से भी इनकार कर दिया है।