कानून से ऊपर मैं भी नहीं, सीबीआई के सवालों के लिए हूं तैयार: प्रधानमंत्री
रूस और चीन की यात्रा से स्वदेश लौटने के दौरान चौतरफा घिरने के बावजूद प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का तेवर विपक्ष के लिए आक्रमक दिखा। उन्होंने साफ कहा कि वो कानून से ऊपर नहीं है और ना ही उनके पास कुछ छु पाने के लिए है, ऐसे में मैं सीबीआई के सावलों का जबाव देने के लिए तैयार हूं।
प्रधानमंत्री ने संघर्ष विराम उल्लंघन की बार-बार की घटनाओं के लिए पाकिस्तान की आलोचना की और कहा कि वे 'निराश' हैं क्योंकि पिछले महीने न्यूयार्क में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के साथ शांति बनाए रखने का समझौता होने के बावजूद स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया है। यात्रा से वापसी के क्रम में प्रधानमंत्री ने कई विषयों से जुड़े सवालों के जवाब दिए। प्रधानमंत्री ने कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार पर जो घोटाले के आरोप लगाए जाते हैं वह संप्रग के पहले कार्यकाल से जुड़े हैं, संप्रग के दूसरे कार्यकाल से नहीं।
उन्होंने कहा कि दोनों नेताओं ने नवंबर 2003 से लागू संघर्ष विराम को बहाल रखने पर सहमति जताई। यदि इस समझौते को 10 वर्षो तक लागू रखने का आधार था तो आगे भी जारी रखने का आधार है। लेकिन यह नहीं हो पा रहा है और यह निराशाजनक है। उन्होंने कहा कि मैं आशा करता हूं कि देर से ही सही, प्रधानमंत्री नवाज शरीफ यह महसूस करेंगे कि दोनों पड़ोसियों में किसी के लिए भी यह अच्छा नहीं है।