प्रियंका गांधी का 'इमोशनल अत्याचार', महिलाओं की जासूसी करने वाला नेता नहीं
प्रियंका गांधी का रायबरेली में आज दूसरा दिन था। पहले दिन तो उन्होंने सीधे कहा कि उनके पति राबर्ट वाड्रा का इस्तेमाल सभी विरोधी पार्टी कर रही है जो कि बिल्कुल अच्छी बात नहीं है। उन्होंने यह भी कहा था कि मेरे परिवार और मेरे पति के बारे उल्टा-सीधा बोला गया है जिससे मेरे आत्मसम्मान को काफी क्षति भी पहुंची है। लेकिन दूसरे दिन सीधे मोदी से सवाल पूछते हुए प्रियंका ने कहा कि भाजपा की सरकार में महिलाएं कैसे सुरक्षित रहेंगी जब मोदी स्वयं ही महिलाओं की रिकार्डिंग अकेले बंद कमरे में सुनते हैं। हालांकि अभी तक भाजपा की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।
प्रियंका ने एक बात तो साफ कर दी है कि उन्हें भी आखिरकार चुनाव में रुचि है। पिछले कुछ दिनों में जिस तरीके से प्रियंका ने कार्यभार संभाला है उससे साफ जाहिर होता है वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में प्रियंका चुनाव भी लड़ सकती हैं। प्रियंका ने मोदी को नसीहत देते हुए कहा कि जो मुख्यमंत्री पिछले 12 साल से अपने राज्य की महिलाओं को सुरक्षा नहीं दे सका वो व्यक्ति पूरे देश को कैसे सुरक्षित कर सकता है ? जो प्रियंका कल तक इस बात की नाराजगी जता रही थीं कि राजनीति में पर्सनल अटैक जैसी कोई चीज नहीं होनी चाहिए वहीं आज स्वयं मोदी समेत अन्य नेताओं पर निजी टिप्पणी करने से बाज नहीं आ रही हैं।