पूर्व PM मनमोहन सिंह ने किताब में माना मुझे वित्तमंत्री बनाया तो मैं सो रहा था!
नई दिल्ली। 1975 में चारों-तरफ अशांति थी, क्या उस समय की प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की ओर से देश पर आपातकाल थोपना सही था। आपातकाल लगाना सही नहीं था, इसके संकेत खुद पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने अपनी बेटी की किताब में दिए हैं। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा है कि उस समय अशांति भले ही फैली थी लेकिन एक दम से आपाताकाल की घोषणा की जाएगी यह किसी ने नहीं सोचा था। पूर्व प्रधानमंत्री ने यह बात अपनी बेटी को बताई हैं जिन्हे उनकी बेटी दमन सिंह ने अपनी पुस्तक में बयान किया है।
मुझे वित्तमंत्री बनाया तो मैं सो रहा था
दमन सिंह ने अपनी पुस्तक में बताया है कि 1991 में पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को वित्त मंत्री बनाने के लिए नरसिंह राव ने फोन किया तो मैं उस समय सो रहा था। यह मेरे लिए अप्रत्याशित था कि मुझे वित्तमंत्री बना दिया जाएगा। राव ने उस समय मुझे उदारीकरण की प्रक्रियाओं को पूर्ण करने के लिए मदद की।
मैं पिछली सरकार के काफी करीब था
उस दौर के वित्त मंत्री रह चुके पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने किताब में खुलासा किया है कि मैं कांग्रेस सरकार के काफी करीब था लेकिन जब मोरारजी देसाई के नेतृत्व में सरकार बनी तो वह मुझ पर काफी सख्ती से पेश आए थे। उन्होंने बताया कि मोरारजी कुछ समय तक मेरे लिए सख्त इसलिए रहे क्योंकि मैं पिछली सरकार के काफी करीब था।