गडकरी ने किया जासूसी से इंकार, कांग्रेस मांग रही है सफाई
अपने सरकारी आवास से बातें सुनने वाले खुफिया उपकरण पाये जाने की खबर को नितिन गडकरी कोरी कल्पना बता रहे है तो कांग्रेस ने यहां तक कहा कि यह राजग सरकार के मंत्रियों के बीच परस्पर विश्वास और भरोसे की कमी को दर्शाता है।
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने इस मामले पर मोदी सरकार पर सवाल उठाए हैं। मनमोहन ने कहा कि वह उम्मीद करते हैं कि यह मामला सच न हो, लेकिन सच्चाई सबके सामने आनी चाहिए। नितिन गडकरी के जासूसी मामले पर बोलते हुए मनमोहन सिंह ने कहा कि सरकार को संसद में इस पर बयान देना चाहिए।
इससे पहले भाजपा नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने गडकरी के बयान के उलट इस मामले को अलग ही मोड़ दे दिया। सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि ये अक्टूबर की घटना है। ये बयान देकर स्वामी ने यूपीए सरकार को घेरने की कोशिश की। वहीं, डीएमके ने इसे किसी 'घरवाले' का काम बताया है, जबकि कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों ने इस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री से सफाई मांगी है।
एक मीडिया की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री गडकरी के यहां 13 तीन मूर्ति लेन स्थित सरकारी आवास के बेडरूम से उच्च शक्ति वाला सुनने का उपकरण पाया गया है। इसमें कहा गया है कि इस उपकरण की जानकारी अचानक मिली और इसे तुरंत हाटने के आदेश दिये गये।
मामले पर स पाई देते हुए गडकरी ने अपने ट्विटर एकाउंट पर टिप्पणी करते हुए कहा कि मीडिया के एक वर्ग में आयी ये खबरें पूरी तरह से काल्पनिक हैं कि मेरे नई दिल्ली स्थित निवास से बातें सुनने वाला उपकरण पाया गया है। केन्द्रीय मंत्री के करीबी सूत्रों ने भी इस तरह का कोई उपकरण पाये जाने से इंकार किया है।