मोदी सरकार ने JNNURM से नेहरू को किया बेदखल
नई दिल्ली (विवेक शुक्ला)। अब मोदी सरकार जवाहरलाल नेहरु राष्ट्रीय शहरी नवीकरण मिशन (जेएनएनयूआरएम) का नाम बदलने जा रही है। नई योजना का नाम नेशनल शहरी नवीकरण मिशन होगा। यानी कि मोदी सरकार चुन-चुनकर उन योजनाओं से गांधी-नेहरु परिवार का नाम हटा रहीहै,जो इनके नामों से चल रही थीं।
शहरी विकास मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि इस नेहरु का नाम इस योजना स हटाने को लेकर फैसला शिखर स्तर पर हुआ महत्वपूर्ण है कि शहरी विकास मंत्रालय ने वर्ष 2005 में जवाहरलाल नेहरु राष्ट्रीय शहरी नवीकरण मिशन (जेएनएनयूआरएम) की शुरुआत की थी। इस मिशन को शहरी स्तर पर सुधार लाने और पहचान किए गए मिशन शहरों की अवसंरचना के विकास की त्वरित योजना को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से शुरू किया गया था।
बदले जाते योजनाओं के नाम
केन्द्र में नई सरकार के सत्तासीन होने के बाद इंदिरा गांधी के नाम से चल रही एक योजना से उऩका नाम हटाया जा चुका है। इसी तरह से राजीव आवास योजना से पूर्व प्रधानमंत्री का नाम हटा दिया गया। उनकी जगह अब इस योजना को कहा जाएगा सरदार पटेल आवास योजना। राजीव आवास योजना शहरी रगीबों के लिए शुरू की गई थी।
जनता की भावनाओं का सम्मान
दिल्ली विधानसभा में अकाली दल के विधायक जितेन्द्र सिंह शंट ने कहा कि मोदी सरकार विभिन्न योजनओं से नेहरु-गांधी परिवार का नाम हटाकर जनता की भावनाओं का सम्मान कर रही है। आजादी के बाद से देश में इस परिवार के अलावा किसी को कुछ समझा ही नहीं गया। हर योजना-परियोजना इनके नामों के इर्द-गिर्द ही घूमती रही।
उधर, कुछ लोग मानते हैं कि सरकार को पहले से चल रही योजनाओं के नामों को बदलने की जरूरत नहीं है। इस तरह का कदम उठाकर सरकार अपना छोटापन ही दिखा रही है।