संसद में महिलाओं की संख्या देख खिलखिला उठीं मुनमुन सेन
उन्होंने यह बात इसलिए कही क्योंकि उनसे पूछा गया था कि इस बार संसद में कई महिलाओं के चुने जाने पर वे कैसा महसूस करती हैं, उन्होंने कहा, "यह बहुत ही अच्छा है। मालूम हो कि लोकसभा में इस बार सर्वाधिक 61 महिलाएं चुनकर आई हैं।
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सेन ने यह भी उल्लेख किया कि इस समय कई राज्यों में महिला मुख्यमंत्री भी हैं। उनका इशारा अपने राज्य पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की ओर भी था। लेकिन उन्होंने मर्दो की अहमियत को भी स्वीकार किया।
मुनमुन सेन ने कहा कि उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र बांकुरा में सांसद के रूप में अपना काम शुरू कर दिया है। आपको बता दें कि मुनमुन ने इस बार के चुनाव में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के कद्दावर नेता और नौ बार चुने जा चुके बासुदेव आचार्य को पराजित किया। उन्होंने आचार्य को 97,511 मतों से पराजित किया। आचार्य 1980 से लगातार जीतते आ रहे थे।
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संसद के गलियारे में पहली बार कदम रख कर खुद को गर्वान्वित महसूस कर रही मुनमुन ने कहा, "मेरी पार्टी ने सड़क, जल एवं जिन अन्य सुविधाओं की बात की है मैंने उस पर काम करना शुरू कर दिया है।"
बुधवार को 16वीं लोकसभा का पहला दिन था लेकिन कार्यवाही महज 15 मिनट में ही समाप्त हो गई। एक दिन पहले नवगठित सरकार के केंद्रीय मंत्री गोपीनाथ मुंडे का एक सड़क दुर्घटना में निधन हो गया था जिसके शोक में लोकसभा की कार्यवाही स्थगित कर दी गई थी।