राज ठाकरे की 'मोदी-मिठास' भाजपा के लिए हो सकती है कड़वी
गौर करें, तो नरेंद्र मोदी ठाकरे व अन्य राजनेताओं, दलों को साथ लेकर चलने के मीठे बोल रहे हैं, तो राज ठाकरे उसी निजी चैनल पर दिए अपने इंटरवयू में मोदी को तो सिर-आंखों पर बैठा रहे हैं, पर राजनाथ सिंह से असहमत नज़र आ रहे हैं। इस दौर में दोस्त होकर भी ठाकरे मोदी को अप्रत्यक्ष तौर पर नुकसान पहुंचा रहे हैं।
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राज की बातचीत में साफ झलक रहा है कि नरेंद्र मोदी का कद अपनी पार्टी से बढ़कर है। ऐसे में शिवसेना-भाजपा के गठबंधन की तस्वीर में मजबूती के रंग धुंधले पड़ सकते हैं। भाजपा का एक वर्ग शिवसेना से मजबूती बनाए रखने की कोशिश में है, तो मोदी व अन्य दिग्गज राज ठाकरे की नज़र में हैं। गौरतलब है कि नरेंद्र मोदी की जिन बातों को राज ठाकरे आज तक अपने तरीके से फेर-बदलकर पेश करते रहे, आज उन्हीं बातों में मोदी-ठाकरे की समानता नज़र आ रही है।
राजनीति के इस संवेदनशील दौर में साक्षात्कार का धुंआधार अवतार तो जारी है ही, साथ ही जुबानी जंग में शब्दों के ऐसे तीर भी नेताओं से छूट रहे हैं, तो कहीं उनके लिए फायदेमंद हैं, तो कहीं बेहद घातक। फिलहाल मोदी, राज की नज़र में हीरो की लिस्ट में हैं, तो पार्टी के बाकी दिग्गजों का नाम राज की जुबान पर नहीं है। इसी तरह शिवसेना व भाजपा के रास्ते महाराष्ट्र मेे इस बार कितना रंग लाएंगे, ठाकरे-मोदी संवाद पर कहीं हद तक निर्भर कर रहा है।