कमजोर मानसून ने निपटेंगे पीएम मोदी
अगर ये सब हुआ तो मंहगाई का बढ़ता निश्चित हैं। ऐसे में देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इसबार कमजोर मानसून से लड़ने के लिए तैयार हैं। मंहगाई और कमजोर मानसून से निपटने के लिए नरेन्द्र मोदी की एनडीए सरकार ने मोर्चाबंदी शुरु कर दी हैं। पीएम मोदी की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय बैठक हुई, जिसमें रोडमैप बनाने पर चर्चा हुई।
इसमें चार कैबिनेट मंत्रियों कृषि, उर्वरक और जल संसाधन मंत्री और तीन राज्स स्तर के मंत्रियों ने हिस्सा लिया। बैठक में मोदी ने साफ कर दिया कि किसी भी सूरत में चाहे मानसून अधिक हो या कम खाद्य वस्तुओं के दाम नहीं बढ़ने चाहिए। इसके अलावा कालाबाजारियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की गई।
मोदी ने लैब डू लैंड नीती का इस्तेमाल कर ते हुए मोदी ने कहा कि हर किसान को बीज दिए जाएं जो कम बारिश में ज्यादा उत्पादन करें। साढ़े तीन घंटे तक चली इन बैठक में देश में मंहगाई और कम मानसून से निपटने के कई पहलुओं पर चर्चा की गई। महंगाई से पार पाने के लिए हुई बैठक में शामिल होने वाले हर मंत्री ने प्रेजेंटेशन दी कि वो कैसे तेजी से खाद्य वितरण की दिशा में काम करेंगे। सूत्रों के मुताबिक कृषि मंत्री राधामोहन सिंह ने करीब ढाई घंटे तक प्रेजेंटेशन दिया और कमजोर मॉनसून के हालातों में किसानों को राहत पर अपनी बात रखी।
इसके अलावा खाद्य पदार्थों को एक जगह से दूसरी जगह लाने ले जाने पर भी चर्चा हुई। वहीं खाद्य पदार्थों की सप्लाई को लेकर मॉनसून के प्रभाव की भी चर्चा की गई। बता दें कि हर साल ये एक सबसे बड़ी परेशानी रहती है कि बारिश के आते ही लाखों टन अनाज खुले में सड़ जाता है।