अब जज भी भ्रष्टाचारी, काट्जू ने खोला भ्रष्ट जज का राज
नई दिल्ली। प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन मार्कण्डय काट्जू ने न्यायपालिका में भ्रष्टाचार की सेंध का खुलासा किया है। आपको बता दें कि मार्कण्डय काट्जू जब भी बोलते हैं किसी बड़े खुलासे के साथ ही बोलते हैं। इतने दिन विवादों से दूर मार्केण्डय काट्जू ने इस बार न्यायपालिका को लेकर जो खुलासा किया है वह वाकई चौंकाने वाला। दरअसल, आप जिस न्यायपालिका पर आंखे मूंदकर विश्वास करते हैं उसी न्यायालयों में बैठे जज पर आप कैसे विश्वास करेंगे यदि वह किसी सत्ताधारी पार्टी से प्रभावित हो या राजनीतिक प्रभाव में हो।
काट्जू के अनुसार यूपीए सरकार के कार्यकाल में एक भ्रष्टाचारी जज की नियुक्ती पर नियुक्ती होती रही, प्रमोशन भी किए गए जबकि कई वरिष्ठ व निष्पक्ष जजों ने जांच में पाया था कि वह भ्रष्टाचार में लिप्त है। आपको बता दें कि यह मामला मद्रास हाईकोर्ट का है। मद्रास हाईकोर्ट में अतिरिक्त न्यायाधीश के पद पर नियुक्त एक भ्रष्ट न्यायाधीश ने न ही भ्रष्टाचार किया बल्कि जांच में दोषी पाए जाने पर भी अपने राजनीतिक आकाओं से हमेशा संरक्षण भी प्राप्त किया।
मैं जब मद्रास हाईकोर्ट का चीफ जस्टिस था
मार्कण्डय काट्जू ने कहा है कि मैं जब मद्रास हाईकोर्ट में मुख्य न्यायाधीश बनकर आया तो मेने उस जज की शिकायत देश के उस समय के मुख्य न्यायाधीश से लेकर पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह से भी की थी। लेकिन उस भ्रष्ट जज को दक्षिण भारत के एक मजबूत राजनेता का समर्थन था। जिसके काऱण उसने मनमोहन सिंह पर भी अपना दबाव बना लिया था। काट्जू ने अपने लेख में कहा है कि उस समय मनमोहन न्यूयोर्क जा रहे थे, और यीपीए के गठबंधन की एक पार्टी ने अपना गठबंधन तोड़ने की धमकी दी थी। कहा था कि यदि उस जज को हाईकोर्ट के अतिरिक्त न्यायाधीश के पद पर रहने दें नहीं तो गठबंधन तोड़ दिया जाएगा। इसको देख सरकार ने उस भ्रष्ट जज पर कार्रवाई करने के बजाए प्रमोशन कर दिया।
राज्यसभा में उठा मुद्दा
काट्जू की ओर से भ्रष्ट जज को उठाए गए सवाल का बवाल राज्यसभा तक पहुंच गया। सोमवार को राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ। यीपीए के कार्यकाल में भ्रष्ट जज के प्रमोशन करने पर विपक्षियों ने तीखे सवाल दागे। यहां तक नोबत आ गई कि कार्यवाही स्थगति करनी पड़ी।