मोदी ने कहा सरहद पर तैनात जवानों की भी हो जवाबदेही
पाकिस्तान में कैसे मची खलबली
शनिवार को असम में रैली के दौरान मोदी ने कहा था कि आप बांग्लादेश की वजह से तनाव में हैं और पाकिस्तान मेरी वजह से तनाव में है। मोदी को लेकर पाकिस्तानी मीडिया में पहले ही खलबली मची थी और आज पंजाब पहुंचने पर पाक मीडिया के कान मोदी के भाषण पर होंगे। मोदी को लेकर अखबारों में अग्रलेख प्रकाशित होने लगे हैं, जिनके शीर्षक घूम फिर कर कुछ ऐसे होते हैं- मोदी के पीएम बनने पर भारत-पाक रिश्तों पर क्या असर पड़ेगा, मोदी के पीएम बनने पर क्या होगी आजादी की परिभाषा, आदि।
पाक मीडिया ही नहीं पाकिस्तान में रह रहे सिखों के लिये भी मोदी की यह रैली महत्वपूर्ण है। कूटनीतिक विशेषज्ञों की मानें तो पाकिस्तान ने अभी से मोदी की हर गतिविधि पर नजर रखना शुरू कर दिया है, खास तौर से तबसे जब अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल ने मोदी से मुलाकात की और वीजा प्रतिबंध को हटाने पर चर्चा हुई।
पंजाब में नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण में क्या कहा उस पर एक नजर-
- कच्छ में भूकंप आने पर गुरुद्वारा नष्ट हो गया था, लेकिन हमने उसे उसी रूप में दोबारा खड़ा कर दिया, जैसा वो पहले था। भाईयों गुजरात पर नरेंद्र मोदी का जितना अधिकार है, उतना ही अधिकार हर हिन्दुस्तान का है।
- कच्छ की धरती पर खेती के काम में लगे हुए सिख किसानों को कभी गुजरात छोड़ने की नौबत नहीं आयेगी। अगर कोई अफसर गलती करेगा, तो वो अफसर जायेगा, लेकिन मेरा सिख किसान गुजरात से नहीं जायेगा।
- आज भी विश्व भर में दो समाज फैले हुए हैं, सिख और गुजराती। पूरे विश्व में आपको गुजराती और सिख कंधे से कंधा मिलाकर रह रहे हैं। कंधे से कंधा मिलाकर विकास और प्रगति की राह पर चल रहे हैं। जो लोग इस प्रकार से गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं उनसे हमें संभल कर रहने की आवश्यकता है।
- शिरोमणि अकाली दल और भाजपा का गठबंधन राजनीतिक गठबंधन नहीं है, यह सरकार चलाने का कारोबार नहीं, यह गठबंधन चुनाव लड़ने के लिये नहीं, बल्कि यह हिन्दू और सिख की एकता का प्रतीक है। कांग्रेस को यही खलता है।
- कांग्रेस ने सिर्फ भ्रष्टाचार की एबीसीडी पढ़ी है। स्वर्गीय राजीव गांधी ने कहा था कि दिल्ली से एक रुपया चलता है जो गांव पहुंचते-पहुंचते 15 पैसे हो जाता है। मैं पूछना चाहता हूं वो कौन सा पंजा है जो पैसे को खा जाता है।
- पंजाब में बड़ा अदभुत संयोजन हुआ है। यह मॉडल बहुत बढ़िया है। बादल साहब से 10 बार बात करो, 10 बार उनके होठों पर किसान आता है। वहीं सुखबीर जी के दिमाग में अरबन डेवलपमेंट, टेक्नोलॉजी रहती है। बड़े बादल कृषि और छोटे बादल तकनीक पर सोचते हैं। यही कॉम्बिनेशन देश को आगे लेकर जायेगा।
- कृषि को आधुनिक बनाने के लिये इन दोनों के प्रयास वाकई में काबिल-ए-तारीफ हैं। तीन चीजों में फोकस करना होगा। अगर एक में भी उदासीनता बरती तो हम चिंता से ग्रसित रहेंगे। 1. एक तिहाई हमारी कृषि की, एक तिहाई मैन्युफैक्चरिंग की हो, और एक तिहाई सर्विस सेक्टर की हो। इन्हीं तीनों पर हमारे हिन्दुस्तान की अर्थ व्यवस्था निर्भर है।
- भईयों किसानों का भला करना है तो कृषि उत्पादों की ब्रांडिंग करनी होगी। एफसीआई के तीन हिस्से करने चाहिये। अगर एफसीआई ऐसे ही चलता रहेगा, तो किसानों की मेहनत गर्त में जाती रहेगी। गेहूं पानी में भीगता रहता है, सरकर को फुरसत नहीं होती। सुप्रीम कोर्ट कहता है कि अनाज बांट दो, लेकिन फिर भी नहीं सुनी। उन्होंने उसी को उठाकर शराब बनाने वाली कंपनी को बेच दिया।
- फूड कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया के तीन हिस्से-
पहला
हिस्सा.
प्रोक्योरमेंट,
यानी
किसानों
से
खरीदने
का
जिम्मा
हो।
दूसरा
हिस्सा.
स्टोरेज
मैनेजमेंट।
तीसरा
हिस्सा.
वितरण
करने
का
हो।
एनडीए की सरकार आयी, तो हम ऐसा करके दिखायेंगे। हम चुनाव के मैदान में एनडीए नेशनल डेमोक्रेटिक अलायंस होता है, सरकार बनने के बाद नेशनल डेवलपमेंट अलायंस हो जाता है।
राजस्थान, हिमाचल, पंजाब हमारी वीरभूूमि है। यहां का कोई परिवार ऐसा नहीं है, जिनमें से कोई सेना में नहीं हाे। हमारे सेना के जवानों की मांग रही है वन रैंक वन पेंशन। दिल्ली में बैठी सरकार ने उसके साथ भी खिलवाड़ किया।
इससे पहले कांग्रेस की सरकारों ने कितनी बार वन रैंक वन पेंशन की घोषणा की, लेकिन उन्होंने पूरा नहीं की। पहले भी ऐसे वादे किये गये, लेकिन पूरे नहीं किये गये। सेना के जवानों से आगाह करता हूं, कि अगर ये ईमानदार होती, तो 10 साल तक 10 बजट रखे, तो अब तक पूरा क्यों नहीं किया। अगर अटल जी की सरकार 2004 में हो गई होती तो कबकी मिल चुकी होती।
कांग्रेस पार्टी लोगों की आंख में धूल झोंकने की आदत है। पहले वो धूल झोंकते थे, अब मिर्ची झोंकने का काम शुरू कर दिया है।
ड्रग्स हमारे बच्चों को बर्बाद कर देगी
मैं भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय से आग्रह करता हूं। ये ड्रग्स सीमा पार से आते हैं। सीमा पर जो जवान खड़े हैं, उन्हें जवाबदेह बनाया जाये, अन्यथा देश की जवानी ऐसे ही नष्ट होती रहेगी। शस्त्र, फेक करंसी, ड्रग्स विदेशों से आ जाती है, भारत की सीमा से सिर्फ आतंकी आते हैं ऐसा नहीं है, उसके साथ ये सारी बीमारियां भी आती हैं।
प्रस्तुत है रैली स्थल से वीडियो-