केजरीवाल की 'झाड़ू' ना कर दे कहीं 'आप' का सफाया
ऐसे में निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में आम आदमी पार्टी के बैनर तले वाराणसी संसदीय सीट से चुनाव लड़ रहे अरविंद केजरीवाल को उनका चुनाव चिन्ह झाड़ू आवंटित करने को लेकर मामला फंस गया है। जिला प्रशासन को अभी तक चुनाव आयोग से कोई दिशानिर्देश नहीं मिला है।
ज्ञात हो कि निर्वाचन आयोग के राज्यस्तर पर मान्यता प्राप्त पार्टी में आम आदमी पार्टी को दिल्ली में मान्यता है लेकिन वाराणसी संसदीय सीट उत्तर प्रदेश यानी दूसरे राज्य में होने की वजह से आप उम्मीदवार केजरीवाल निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में यहां से पर्चा दाखिल करेंगे।
चुनाव आयोग की गाइडलाइन के मुताबिक निर्दलीय उम्मीदवारों के लिए अवमुक्त 87 चुनाव चिन्ह में से एक को ही चुनना होगा। हालांकि इसके लिए उन्हें तीन विकल्प देने का भी मौका मिलेगा। ऐसे में आप उम्मीदवार को अपना चुनाव चिन्ह झाड़ू पाने के लिए मशक्कत करनी होगी।
आयोग अगर चाहे तो मिल भी सकती है 'झाड़ू' -
जिला निर्वाचन अधिकारी प्रांजल यादव ने बताया कि पैरा दस में यह व्यवस्था है कि दिल्ली में राज्य स्तर पर मान्यता प्राप्त लेकिन यहां राज्यस्तर पर अमान्य पंजीकृत दल होने के नाते आम आदमी पार्टी निर्वाचन आयोग में आवेदन कर अपना चुनाव चिन्ह झाडू़ आवंटित करने की मांग कर सकती है।
आयोग चाहे तो यह चिन्ह उन्हें आवंटित कर सकता है। हालांकि अभी तक आयोग से कोई दिशानिर्देश नहीं मिला है, जो आदेश आएगा, अनुपालन कराया जाएगा। इस तरह केजरीवाल की पार्टी आजकल मुश्किलों का सामना कर रही है।अब तक तो वे 'मोदी-मोदी' के नारों से ही अपनी सभाएं सथगित कर रहे थे, पर अब उनकी झाड़ू की 'सींकें' भी बिखरती नज़र आ रही हैं।