बदहाल शिक्षाःसूचना भवन के पांच कमरों में पढ़ रहे देश के प्रतिष्ठित संस्थान आईआईएम के छात्र
आईआईएम
रांची
वर्ष
2010
से
सूचना
भवन
में
किराए
के
कमरे
में
चल
रहा
है।
इसके
लिए
सूचना
भवन
के
ग्राउंड
फ्लोर,
थर्ड
फ्लोर
और
फिफ्थ
फ्लोर
पर
कमरे
मिले
हैं।
पांच
कमरों
में
कक्षाएं
चलती
हैं।
शेष
में
डायरेक्टर
चैंबर,
लाइब्रेरी,
कॉन्फ्रेंस
हॉल,
फैकल्टी
चैंबर
और
एडमिनिस्ट्रेटिव
ऑफिस
है।
जब
आठ
जुलाई
2010
को
संस्थान
शुरू
हुआ
था,
तब
सिर्फ
एक
कोर्स
पीजीडीएम
में
44
स्टूडेंट्स
थे।
आज
यहां
पांच
कोर्स
पीजीडीएम,
पीजीडीएचआरएम,
एफपीएम,
पीजीडीईएम
और
पीजीईएक्सपी
चल
रहे
हैं।
इन
सभी
को
मिलाकर
कुछ
छात्रों
की
संख्या
बढ़कर
एक
हजार
हो
गई
है।
आईआईएम
गवर्निंग
बॉडी
नए
कैंपस
के
लिए
गंभीर
दिखाई
नहीं
दे
रहा
है।
छात्रों की परेशानी यहीं खत्म नहीं होती। स्थाई कैंपस नहीं होने के कारण संस्थान का हॉस्टल भी किराए पर लिया गया है। यह संस्थान से आठ किलोमीटर दूर होटवार में है। ऐसे में छात्रों को आने.जाने में भारी परेशानी होती है। 700 करोड़ रुपए की लागत से बनने वाले इस नए कैंपस के इंतजार में तीन बैच पास आउट कर चुके हैं। तत्कालीन निदेशक ने बिहार के सीएम से भी बात की। बावजूद इसके आईआईएम को भवन बनाने के लिए जमीन नहीं मिल सकी। आईआईएम रांची के चेयरमैन जब-जब रांची आते हैं, सिर्फ यही आश्वासन देकर जाते हैं कि नए कैंपस का निर्माण शीघ्र शुरू किया जाएगा।