भारत ने 'पेप्सी' को दी चीनी कम करने की हिदायत
नई दिल्ली। भारत में कोल्ड ड्रिंक पसंद करने वालों की संख्या के साथ साथ बढ़ते मोटापे और डायबटीज को देखते हुए पेप्सी को चीनी की मात्रा कम करने की सलाह दी गई है। भारत ने अमेरिकी कंपनी पेप्सी से कहा है कि अपने ड्रिंक्स में चीनी की मात्रा घटाए।
फूड प्रोसेसिंग मिनिस्टर हरसिमरत कौर बादल ने हाल ही कहा है कि पेप्सिको अपनी सॉफ्ट ड्रिक्स में चीनी की मात्रा को कम करने पर विचार कर रहा है। उन्होंने कहा कि अगर ऐसा हो जाता है तो स्वास्थ्य के दृष्टिकोण से इन सॉफ्ट ड्रिंक्स को बेहतर बनाया जा सकेगा।
पेप्सी की अध्यक्ष इंद्रा नूयी ने मंगलवार को हरसिमत कौर बादल से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि 'पेप्सी से चीनी की मात्रा कम करने का अनुरोध किया गया है ताकि ऐसे उत्पादों के सेहत से जुड़े मामलों का भी ध्यान रखा जाए।' हालांकि इस बारे में अभी पेप्सी की तरफ से कुछ नहीं कहा गया है।
भारत में कोल्ड ड्रिंक्स का इस्तेमाल तेजी के साथ बढ़ रहा है। यह मध्य वर्ग से लेकर उच्च वर्ग तक के लोगों की पसंद में शुमार है। ऐसे में सरकार भी लोगों के स्वास्थ्य का ख्याल रखने में कोई कसर नहीं छोड़ना चाहती। कोल्ड ड्रिंक से मोटापे और डायबीटीज जैसी बीमारियों में काफी बढ़ोतरी हुई है।
पेप्सी अपनी कुछ ड्रिंक्स में चीनी की जगह स्टीविया का इस्तेमाल कर रही है जो एक कुदरती मीठा है और यूरोप व एशिया के कुछ हिस्सों में काफी इस्तेमाल होता है। लेकिन भारत में इसने ऐसा नहीं किया है क्योंकि भारत में स्टीविया को खाने के लिए इस्तेमाल की इजाजत नहीं है।
आपको बता दें, पेप्सी को भारत में आए दो दशक से ज्यादा हो चुके हैं। और अब पेप्सी की प्रमुख इंद्रा नूयी का कहना है कि कंपनी भारत में अपना निवेश दोगुना करना चाहती है।