डॉक्टर हर्षवर्धन ने कहा लोगों को चाइल्ड प्रेग्नेंसी के बारे में किया जाए जागरुक
इस बार उन्होंने कहा है कि यौन शिक्षा के स्थान पर ऐसा प्रारूप लाया जाना चाहिए, जिससे लोगों को नाबालिगों के गर्भधारण व इससे जुड़ी बुराइयों के बारे में जागरूक किया जा सके।
डॉ. हर्षवर्धन ने संयुक्त राष्ट्र विश्व जनसंख्या दिवस की पूर्व संध्या पर कहा, ‘मैंने बिना शिक्षा विज्ञान के तथाकथित यौन शिक्षा दिए जाने के खिलाफ बोला है। मैं चाहता हूं कि इसके स्थान पर ऐसा प्रारूप लाया जाए, जिससे लोग नाबालिगों के गर्भधारण व इससे जुड़ी बुराइयों के बारे में जागरूक हो सकें।'
गौरतलब है कि पिछले महीने स्वास्थ मंत्री ने स्कूलों में यौन शिक्षा को प्रतिबंधित करने के बारे में बयान दिया था।
बाद में विवाद खड़ा होने पर उन्होंने सफाई दी थी। स्कूलों में सेक्स एजुकेशन को दिए अपने बयान को लेकर विवाद का सामना करने वाले डॉक्टर हर्षवर्धन के इस बयान पर फिलहाल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। डाॅक्टर हर्षवर्धन ने इन बयानों से पहले कंडोम को लेकर भी एक विवादित बयान जारी किया था।
यह तीसरा मौका है जब केन्द्रिय मंत्री बनने के बाद उन्होंने इस तरह का कोई बयान दिया है।