तेजस ने एयरफोर्स के लिए भरी पहली उड़ान
नई
दिल्ली।
हिंदुस्तान
एरोनॉटिक्स
लिमिटेड
और
डीआरडीओ
ने
बुधवार
को
देश
के
पहले
लाइट
कॉम्बेट
एयरक्राफ्ट
(एलसीएस)
तेजस
की
पहली
सफल
सॉर्टी
को
अंजाम
दिया।
इंडियन एयरफोर्स के लिए तैयार किए गए इस एयरक्राफ्ट का टेस्ट बैंगलोर में किया गया। इस एयरक्राफ्ट को 'सीरिज प्रोडक्टशन 1,' नाम दिया गया है और अब यह कई तरह के एक्सेप्टेंस परफॉर्मेंस टेस्ट से गुजरेगा।
इसके बाद ही इसे इंडियन एयरफोर्स को सौंपा जाएगा। डीआरडीओ के अधिकारियों की ओर से इस बात की जानकारी दी गई है।
डीआरडीओ के मुताबिक इंडियन एयरफोर्स इस तरह के चार एयरक्राफ्ट्स को इसके मूल्यांकन से पहले और इसके फाइनल ऑपरेशनल क्लीयरेंस से पहले बैंगलोर में तेजस की स्क्वाड्रन के लिए रखने की योजना बना रहा है।
एयरफोर्स की ओर से 40 एलसीए एमके 1 एयरक्राफ्ट्स का ऑर्डर दिया है और पांच और स्क्वाड्रन को डीआरडीओ और एचएएल की ओर से पहले ही डेप्लॉय कर दिया गया है।
तेजस को दिसंबर 2013 में इनीशियल ऑपरेशनल क्लीयरेंस हासिल हुआ था और अगले कुछ माह के अंदर इसे फाइनल ऑपरेशनल क्लीयरेंस हासिल होगा और इसके बाद इसका आधिकारिक संचालन शुरू हो सकेगा। इस एयरक्राफ्ट को एचएएल और डीआरडीओ साथ में मिलकर निर्मित कर रहे हैं।
पिछले कई वर्षों से इस पर काम चल रहा है और इसका इंतजार काफी लंबा होता जा रहा है। इस पर अब तक करोड़ों रुपए खर्च हो चुके हैं और कई वर्षों से इसका इंतजार हो रहा है। एचएएल ने अब तक सात एलसीए का निर्माण ट्रायल के लिए किया है।