हरिय़ाणा- चुनाव लड़ रहे 5 कांग्रेसी एमएलए संकट में
नई
दिल्ली।
हरियाणा
में
विधान
सभा
चुनाव
सिर
पर
हैं
और
कांग्रेस
को
लगा
है
जोर
का
झटका।
प्रदेश
के
लोकायुक्त
जस्टिस
प्रीतम
पाल
ने
कांग्रेस
के
पांच
विधायकों
के
खिलाफ
जांच
के
आदेश
दिए
हैं।
अभी
ये
सभी
कांग्रेस
टिकट
पर
चुनाव
मैदान
में
उतरे
हुए
हैं।
नारनौल से विधायक और प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री राव नरेंद्र सिंह, मुख्य संसदीय सचिव एवं हांसी से विधायक विनोद भ्याना, बरवाला से विधायक रामनिवास घोड़ेला, उकलाना से विधायक नरेश सेलवाल, रतिया से विधायक जनरैल सिंह स्टिंग ऑपरेशन में फंसे हुए हैं।
विधानसभा चुनाव में ये पांचों नेता कांग्रेस टिकट पर संबंधित हलकों से ही चुनाव लड़ रहे हैं।
मोटे पैसे की मांग
राव नरेन्द्र समेत सभी विधायकों पर आरोप है कि उन्होंने ज़मीन की सूएलयू करवाने के एवज में करोड़ों रुपयों की मांग की थी। लोकायुक्त ने कहा कि इन पांचों आरोपियों के खिलाफ पीसीए के तहत प्रथम दृष्टया मामला बनता है।
सीएलयू (चैंज ऑफ लेंड यूज) के बदले करोड़ों रुपये की सौदेबाजी के आरोपों वाली सीडी के फेर में फंसे इन विधायकों के खिलाफ जांच का जिम्मा लोकायुक्त ने हरियाणा के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) वी़ कामराज को सौंपा है।
इस मामले में एडीजीपी को तीन महीनों में अपनी जांच रिपोर्ट सौंपने के निर्देश दिए गये हैं। साथ ही, आरोपी विधायकों को 22 अक्तूबर को जांच अधिकारी के समक्ष पेश होने को कहा गया है। इस मामले में पिछली सुनवाई के दौरान लोकायुक्त ने अपना फैसला सुरक्षित रख लिया था।
विधायकों के स्टिंग की सीडी मीडिया में जारी होने के बाद प्रदेश सरकार ने जांच के लिए मामला लोकायुक्त को रेफर किया था। लोकायुक्त ने फैसले में कहा है कि यह भ्रष्टाचार का मामला बनता है।