जानिए पीएम मोदी ने पशुपतिनाथ में क्यों किया रूद्राभिषेक?
बैंगलोर। आज देश के पीएम नरेन्द्र मोदी ने नेपाल के विश्व प्रसिद्ध पशुपतिनाथ मंदिर में भगवान शिव का रूद्दाभिषेक किया है। यह पूजा मोदी ने नरेन्द्र दामोदर दास मोदी बनकर नहीं की बल्कि देश के पीएम नरेन्द्र मोदी बनकर की है।
मोदी का धर्म-कर्म उनके लिए नहीं पूरे देश की 121 करोड़ की जनता के लिए है
थोड़ा इतिहास पर नजर दौड़ाते हैं और बात करते हैं रामायण की। हिंदूओं के पवित्र ग्रंथ रामायण में वर्णन है कि राजा जनक के राज्य में एक बार बहुत सूखा पड़ा था, बारिश की एक बंदू ना बरसने से पूरे देश में त्राही-त्राही मच गई थी। लोगों को समझ में नहीं आ रहा था कि क्या करें। तब मिथिला नरेश ने अपनी पत्नी संग राज्य के खेतों नें यज्ञ किया जिससे इंद्र देवता पसंद हो सके जिसके बाद ना केवल राज्य में पानी बरसा बल्कि राजा जनक को माता सीता भी पुत्री के रूप में प्राप्त हुईं।
बाबा पशुपतिधाम के दर्शन से साबित क्या करना चाहते हैं मोदी?
यही नहीं राजा सागर ने भी सूखे की मार सह रहे उत्तर भारत के लिये अश्वमेघ यज्ञ कराने का संकल्प किया जिसकी वजह से गंगा नदी अस्तित्व में आयीं और सूखा दूर हुआ। कुछ ऐसा ही धर्मराज युधिष्ठिर के समय भी हुआ था। कहने का मतलब सिर्फ इतना है कि जब-जब देश और राज्य की प्रजा के ऊपर मुसीबत आती है तो देश या राज्य के राजा का फर्ज होता है कि वो देशवासियों के सुख-शांति के लिए यज्ञ और पूजा-पाठ करे।
सोमनाथ, विश्वनाथ और अब पशुपतिपातनाथ...
कुछ ऐसा ही आज देश के मुखिया नरेन्द्र मोदी भी कर रहे हैं। आज देश सूखा, बाढ़, बलात्कार, भ्रष्टाचार, अपराध जैसी विपादाओं से जूझ रहा है जिससे पूरा देश जल्द ही जल्द निजात चाहता है। और शायद इन्हीं सब कारणो के चलते आज मोदी ने देश के सुख और शांति के लिए नेपाल के पशुपतिनाथ में 50 मिनट तक पूजा-पाठ किया है। सावन के अंतिम सोमवार होने के कारण इस पूजा का महत्व और भी ज्यादा बढ़ गया है।
शायद इस पूजा के जरिये मोदी ने यह भी जताने की कोशिश की है भारत हिंदू, हिंदी और हिंदुस्तान का प्रतिनिधित्व करता है और मोदी का धर्म-कर्म उनके लिए नहीं पूरे देश की 121 करोड़ की जनता के लिए है। आम आदमी की तरह मोदी को भी अपने धर्म और पूजा पर पूरा भरोसा है।
आईये
डालते
हैं
एक
नजर
मोदी
की
नेपाल
यात्रा
की
तस्वीरों
पर
और
जानते
हैं
पूजा
के
महत्व
के
बारे
में..
पशुपतिनाथ में प्रार्थना कर धन्य महसूस कर रहा हूं : मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को कहा कि वह यहां पशुपतिनाथ मंदिर में प्रार्थना कर स्वयं को धन्य महसूस कर रहे हैं। मोदी ने ट्विट किया, "पशुपतिनाथ मंदिर में सुबह प्रार्थना कर बेहद धन्य महसूस कर रहा हूं।"
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पशुपतिनाथ के दर्शन करने का सौभाग्य मिलेगा
इससे पहले मोदी ने अपनी यात्रा पर जाने से पहले ट्विट किया था कि मेरे लिये नेपाल यात्रा का एक महत्व यह भी है कि मुझे सावन के सोमवार के अवसर पर भगवान पशुपतिनाथ के दर्शन करने का सौभाग्य मिलेगा |
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25,00 किलोग्राम चंदन
प्रधानमंत्री ने मंदिर में प्रार्थना की और इसके परिसर में 400 बिस्तरों वाले धर्मशाला के निर्माण के लिए 25 करोड़ रुपये का अनुदान दिया और 25,00 किलोग्राम चंदन की लकड़ी भी अर्पित की।
कूटनीतिज्ञ होने का संदेश
राजनीतिक समीक्षकों के मुताबिक मोदी इस पूजा से अपने आप को कूटनीतिज्ञ होने का संदेश दुनिया को देना चाहते हैं।
देश के लिए धर्म, संस्कार और आपसी प्रेम काफी मायने रखते हैं
मोदी का यह संदेश इसलिए भी है क्योंकि वो दुनिया को दिखाना चाहते हैं कि भारत की जड़े आतंरिक रूप से काफी मजबूत हैं, देश के लिए धर्म, संस्कार और आपसी प्रेम काफी मायने रखते हैं।