Exclusive:जानिए आतंकियों के सामने क्यों कमजोर पड़ जाती है हमारी BSF
बैंगलोर।
[ऋचा
बाजपेई]
शनिवार
और
रविवार
को
पाकिस्तान
की
ओर
से
इंटरनेशनल
बॉर्डर
पर
स्थित
बीएसएफ
की
35
पोस्टों
को
निशाना
बनाया
गया
है।
पाक
अपनी
हरकतों
से
बाज
नहीं
आ
रहा
है
और
लगातार
भारत
पर
फायरिंग
जारी
रखे
है।
सबसे
ज्यादा
असर
इंटरनेशनल
बॉर्डर
के
आसपास
स्थित
उन
गांवों
पर
पड़ा
है
जो
पर
इंटरनेशनल
बॉर्डर
के
आसपास
स्थित
हैं।
आखिर ऐसा क्या है कि आखिर पाकिस्तान बीएसएफ ही पाक के निशाने पर बना हुआ है। क्या कहीं बीएसएफ पाकिस्तान के आगे कमजोर पड़ रहा है। विशेषज्ञों की मानें पाक बीएसएफ पोस्ट पर हमला कर अपनी मंसूबों में सफलता हासिल करने की पूरी कोशिश में है।
कमजोर पड़ गई है बीएसएफ
पिछले कुछ दिनों से जारी पाक फायरिंग में सिर्फ कुछ पोस्ट भारतीय सेना की हैं तो ज्यादातर पोस्ट बीएसएफ की ही हैं। सूत्रों की मानें तो यह कहना कि पूरी तरह से बीएसएफ कमजोर पड़ गई है गलत होगा, लेकिन कहीं न कहीं यह बात सही है कि पाक की रणनीति के आगे बीएसएफ की रणनीति असफल साबित हो रही है।
वह पाक की ओर से आने वाली गोलीबारी का जवाब कमजोर रणनीति की वजह से नहीं दे पा रहे हैं।
सूत्र यह कहने से भी पीछे नहीं हटते हैं कि लगातार पाक की ओर से होने वाली गोलीबारी ने कहीं न कहीं बीएसएफ के अंदर मौजूद खामियों को भी सामने लाकर रख दिया है।
बीएसएफ के आईजी ने जब खुद ही इस बात को स्वीकार किया कि सीमा पर प्रशिक्षित आतंकी भी मौजूद हैं तो यह बात और साफ हो गई बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स उन प्रशिक्षित आतंकियों का मुकाबला करने में भी कमजोर पड़ रही है।
घुसपैठ
की
फिराक
में
आतंकी
भारतीय
सेनाएं
एलओसी
पर
पूरी
मुस्तैदी
से
तैनात
हैं
और
ऐसे
में
पाक
को
यह
बात
मालूम
है
कि
वह
अब
आतंकियों
की
घुसपैठ
एलओसी
पर
स्थित
इलाकों
से
नहीं
करा
सकता
है।
ऐसे
में
उसके
पास
इंटरनेशनल
बॉर्डर
का
ही
रास्ता
बचता
है।
भारतीय सेना के एक वरिष्ठ अफसर की मानें तो कहीं न कहीं पाकिस्तान देश में इस गोलीबारी की आड़ में ज्यादा से ज्यादा आतंकियों को दाखिल कराने की फिराक में है। वह यह बात अच्छी तरह से जानता है कि इंटरनेशनल बॉर्डर पर स्थित गांवों में मौजूद बीएसएफ की पोस्ट को निशाना बनाकर वह अपना मकसद पूरा कर सकता है।