नरेंद्र मोदी से खुन्नस में प्रवीण तोगड़िया ने दिया मुस्लिम विरोधी बयान
जरा सोचिये यह भड़काऊ बयान उस वक्त ही क्यों आया, जब नरेंद्र मोदी की लहर पूरे देश में दौड़ रही है। यह बयान उस वक्त ही क्यों आया जब मुस्लिम धर्मगुरु ने यह कहा कि मोदी ने टोपी नहीं पहनकर कुछ भी गलत नहीं किया, यह बयान उस वक्त ही क्यों आया, जब वाराणसी में मुस्लिम समुदाय कहीं न कहीं मोदी की ओर झुकते दिखाई दे रहे हैं। असल में इसका मुख्य कारण है प्रवीण तोगड़िया की मोदी के प्रति खुन्नस। जी हां तोगड़िया मोदी को पसंद नहीं करते हैं।
जी हां तोगड़िया भाजपा के पीएम प्रत्याशी नरेंद्र मोदी को नहीं पसंद करते हैं, इसीलिये वो जानबूझ कर ऐसे बयान दे रहे हैं, जिससे मुसलमानों के मन में हिन्दूवादी दल यानी भाजपा के प्रति नफरत पैदा हो।
असल में तोगड़िया पूरी तरह हिन्दूवादी हैं, जबकि नरेंद्र मोदी के न तो व्यक्तित्व में प्योर हिन्दुत्व झलकता है और न ही काम में। पिछले तीन कार्यकालों में मोदी ने गुजरात में एक भी ऐसी नीति नहीं अपनायी जो प्रो-हिन्दी हो। मोदी ने अपने ही शासनकाल में गुजरात के तामम छोटे मंदिरों को स्थानांतरित किया। आरएसएस के एक कार्यकर्ता ने वनइंडिया से खास बातचीत में कहा कि तोगड़िया शुरू से ही मोदी विरोधी रहे हैं।
आरएसएस कार्यकर्ता ने कहा कि ऐसे बयान देने से तोगड़िया का कोई लाभ नहीं होने वाला, पर हां भाजपा को नुकसान जरूर पहुंचेगा, क्योंकि भाजपा जितना मुसलमानों के करीब जाने की कोशिश कर रही है, इस प्रकार के बयान उतना ही दूर कर देते हैं।
क्या कहता है अधिकार संगठन
अखिल भारतीय अधिकार संगठन के अध्यक्ष डा. आलोक चांटिया ने वनइंडिया से बातचीत में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि तोगड़िया हिन्दू बहुल्य इलाकों में रह रहे मुसलमानों को खदेड़ने की बात कर रहे हैं, क्या उनको यह नहीं पता है कि देश में तमाम मुस्लिम बहुल्य इलाके ऐसे भी हैं, जहां हिन्दू रह रहे हैं। अगर विहिप के लोग उन मुसलमानों पर पत्थर, लाठी लेकर खड़े हो जायेंगे, तो क्या मुस्लिम बहुल्य इलाकों में रह रहे हिन्दू सुरक्षित रह पायेंगे? आप लखनऊ को ही ले लीजिये यहां के मौलवीगंज, चौपटियां, मछली महौल, गोलागंज, राजा बाजार, आदि बड़े उदाहरण हैं।