बेफिक्र रहें! गुजरात में नहीं बनीं EVM: चुनाव आयोग
नई
दिल्ली।
राजनीति
में
अफवाहों
पर
शोर
मचना
लाजिमी
है।
इसी
शोर
को
चुनाव
आयोग
ने
स्वयं
खारिज
करने
की
पहल
की
है।
चुनाव
आयोग
ने
इस
बात
को
खारिज
कर
दिया
कि
जम्मू
कश्मीर
में
आगामी
विधानसभा
चुनावों
के
लिए
भेजी
जा
रहीं
इलेक्ट्रॉनिक
वोटिंग
मशीनें
गुजरात
में
बनी
हैं।
अफवाहें उड़ी थीं कि मशीनों का निर्माण गुजरात में किया गया है और इनमें छेड़छाड़ हुई है। आयोग ने जम्मू कश्मीर पैंथर्स पार्टी के नेता भीम सिंह को भेजे एक पत्र में कहा कि ईवीएम का निर्माण गुजरात स्थित कंपनी में नहीं हुआ है।
चुनाव आयोग ने यह भी कहा कि वोटिंग मशीनें पूरी तरह से टेंपर प्रूफ हैं और इनमें जोड़-तोड़ करने की कोई गुंजाइश होती ही नहीं है। असल में ईवीएम का निर्माण सार्वजनिक क्षेत्र की दो कंपनियों भारत इलेक्ट्रॉनिक लिमिटेड, बेंगलुरु और इलेक्ट्रॉनिक कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड, हैदराबाद द्वारा किया जाता है।
पढ़ें-
सौ
दिन
का
करिश्मा
विपक्षियों
की
ओर
से
सवाल
उठाए
गए
थे
कि
जम्मू
कश्मीर
में
चुनाव
में
गड़बड़ी
के
लिए
ईवीएम
का
दुरुपयोग
और
उससे
छेड़छाड़
नहीं
होगी।
आयोग
ने
28
अगस्त
को
भेजे
अपने
पत्र
में
कहा
कि
इलेक्ट्रॉनिक
वोटिंग
पर
शक
जैसे
मामले
को
सिरे
से
खारिज
कर
दिया।
बीते कुछ दिन पहले भीम सिंह ने मुख्य चुनाव आयुक्त वीएस संपत को एक पत्र लिख कर कहा था कि गुजरात निर्मित ईवीएम को जम्मू कश्मीर मंगवाने का उल्टा प्रभाव पड़ने की बात कही गई थी। जिसके संज्ञान में ईसी ने यह बात साफ कर दी हे कि गड़बड़ी की कोई भी गुंजाइश नहीं है।