राजस्थान में भी कांग्रेस का निकला तेल, हर सीट की बत्ती गुल
पार्टी का कोई भी नेता अपना खाता भी नहीं खोल पाया। उदयपुर में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रत्याशी अर्जुनलाल मीणा ने अपने कांग्रेस प्रतिद्वंद्वी रघुवीर मीणा को 2.36 लाख मतों से पराजित किया। तो वहीं दूसरी और कांग्रेस का पंजे को छलनी करने वाला कमल अपनी जीत पर फिर से मुस्कुरा रहा है। भाजपा प्रत्याशी अन्य 24 क्षेत्रों में बढ़त बनाए हुए हैं।
कांग्रेस ने 2009 के चुनाव में राज्य की 25 में से 20 सीटें जीती थीं और अब तक के रुझान को देखकर यही लगता है कि उसे राज्य में एक भी सीट नहीं मिलने जा रही है। इससे पहले कांग्रेस का सबसे खराब प्रदर्शन आपातकाल के बाद 1977 में हुए चुनाव में रहा था, जब उसे मात्र एक सीट पर सफलता मिली थी।
राज्य में पिछड़ रहे नेताओं में सचिन पायलट (अजमेर), गिरिजा व्यास (चित्तौरगढ़), भंवर जितेंद्र सिंह (अलवर) और चंद्रेश कुमारी (जोधपुर) और नमोनारायण मीणा (दौसा) और मोहम्मद अजहरुद्दीन (टोंक-सवाई माधोपुर) शामिल हैं। कांग्रेस हारेगी यह तो लग रहा था लेकिन किसी को भी ऐसे परिणाम की उम्मीद नहीं थी।"
राजस्थान की मुख्यमंत्री और भाजपा नेता वसुंधरा राजे ने कहा, "हम मिशन 25 पर काम कर रहे थे..इसे हासिल कर हम खुश हैं। यह लोगों की जीत है। यह भाजपा कार्यकर्ताओं की मेहनत की जीत है।" मोदी की आंधी में सारे पंजे उड़ गये।