ममता बनर्जी को चुनाव आयोग का झटका
गत दिन पहले चुनाव आयोग ने ममता बनर्जी से कहा था कि उन्हें अपने राज्य के राज्य के पांच एसपी, एक डीएम और दो एडिशनल जिला मजिस्ट्रेट के तत्काल प्रभाव से तबादले करने हैं। म मता ने आयोग से ही सवाल पूछते हुए कहा कि तबादला किए जाने से पहले आयोग को उनकी गलती बतानी होगी। ममता ने यह भी कहा कि सिर्फ आयोग के आदेश पर किसी अधिकारी हो हटाना कोई उचित बात नहीं है।
गौरतलब है कि आचार संहिता के लागू होने के बाद चुनाव आयोग के पास यह पूरी पावर होती है कि वह किसी भी अधिकारी और नेता के खिलाफ कोई भी कड़ा एक्शन ले सकता है। ऐसे में जब आयोग ने ममता से अधिकारियों को हटाने की बात कही तो उन्होंने कहा कि 'चुनाव आयोग सिर्फ कांग्रेस की ही सुनता है।' उन्होंने यह भी कहा कि यह सिर्फ आदेश नहीं बल्कि कांग्रेस की सोची-समझी चाल है।
ममता
की
हिमाकत,
आयोग
भी
अड़ा
ममता
बनर्जी
से
जब
चुनाव
आयोग
ने
अधिकारियों
को
हटाने
के
लिए
कहा
तो
ममता
ने
आयोग
को
ही
सवाल
के
घेरे
में
लपेट
लिया।
उन्होंने
कहा
कि
आयोग
के
कहने
पर
बंगाल
में
कुछ
नहीं
होगा।
ममता
ने
आयोग
को
एक
पत्र
लिखते
हुए
यह
भी
कहा
कि
अधिकारियों
को
हटाए
जाने
की
वजह
क्या
?
ममता
द्वारा
भेजे
गए
इस
पत्र
पर
आयोग
समीक्षा
तो
कर
रहा
है
लेकिन
आयोग
ने
बंगाल
की
सरकार
को
यह
भी
आदेश
दे
दिया
है
कि
कल
तक
किसी
भी
हालत
में
अधिकारियों
को
हटा
दिया
जाना
चाहिए।
सूत्रों
की
मानें
तो
यदि
ममता
बनर्जी
ऐसा
न
हीं
करती
हैं
तो
चुनाव
आयोग
पश्चिम
बंगाल
में
लोकसभा
चुनाव
को
रद्द
किए
जाने
की
भी
पावर
रखता
है।