भारत में इबोला का खतरा बरकरार, सरकार चौकन्नी
नई दिल्ली(विवेक शुक्ला)। सरकार की तरफ से कोशिशें जारी हैं ताकि इबोला वायरस से ग्रस्त कोई रोगी देश में घुस न पाए। सरकार की तरफ से अब तक इस बाबत करीब 900 यात्रियों की जांच हो चुकी है। स्वास्थ्य मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि इबोला के खतरे को हम गंभीरता से ले रहे हैं। इस लिहाज से सरकार चौकन्नी है।
स्वास्थय मंत्रालय के सूत्रों ने बताया कि इबोला के शिकार से संबंधित अभी तक एक भी रोगी का मामला किसी भी स्वास्थ्य केन्द्र पर दर्ज नहीं किया गया।
इबोला प्रभावित देशों से 121 यात्री आ चुके हैं
देश के बाहर से आने वाले यात्रियों में अधिकतर यात्री महाराष्ट्र, केरल और तमिलनाडु राज्य के हैं।
इबोला से प्रभावित देशों से 121 यात्रियों ने इन हवाई अड्डों पर आगमन किया जिनमें मुम्बई (48), दिल्ली (38), चेन्नई (17), बेंगलुरू (13), कोचि (4), और तिरूवन्नतपुरम (1), शामिल हैं।
कोई भी इबोला से संक्रमित नहीं
जानकारों ने बताया कि अभी तक 15397 यात्रियों की स्क्रीनिंग की गई जिनमें, कम जोखिम वाले : 15364 ; मध्यम जोखिम : 7 और उच्च जोखिम वाले 26 यात्री रहे।
उच्च जोखिम वाले यात्रियों में से किसी को भी इबोला वायरस बीमारी से संक्रमित नहीं पाया गया। कोई भी जोखिम वाला (संदेहात्मक मामला) पिछले 24 घंटों के दौरान पहचान किए गए स्वास्थ्य केंद्रों में भर्ती नहीं किया गया।
इस बीच,स्वास्थ्य एंव परिवार कल्याण मंत्रालय के नियत्रण कक्ष में इबोला से संबंधित कोई सूचना देने के लिए शुरू किए गई सेंटर में अब 698 कॉल्स प्राप्त की गईं हैं। ज्यादातर कॉलर्स इस बीमारी के संकेत और लक्षण और यात्रा के दौरान संक्रमण के खतरे के बारे में जानकारी हासिल करना चाहते हैं।