दंगे की आग में सुलगते सहारनपुर को कर्फ्यू में मिली 4 घंटे ढील
जिले के एक अधिकारी ने बताया कि पुलिस तथा अर्धसैनिक बल लगातार तैनात हैं। उन्होंने यह भी बताया कि मंगलवार को मनाई जाने वाली ईद के मद्देनजर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पुलिस के अनुसार, कुछ इलाकों में पथराव की छिटपुट घटनाएं हुई हैं, लेकिन अधिकतर इलाकों में स्थिति नियंत्रण में है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि उसे हिंसा की विस्तृत रिपोर्ट मिली है और वह राज्य सरकार के साथ संपर्क में है।
केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने भी इस मुद्दे पर रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। बताया जाता है कि दोनों नेताओं की मुलाकात 30 मिनट तक चली। इस दौरान उन्होंने उत्तर प्रदेश में बढ़ती साम्प्रदायिक घटनाओं पर चिंता जताई। इस बीच, राज्य सरकार की ओर से शहर में भेजे गए दो अधिकारियों एडीजी डीएस चौहान और डीआईजी दीपक रतन ने जिले के अधिकारियों से मुलाकात की।
दोनों
अधिकारियों
ने
हालात
को
नियंत्रित
करने
के
लिए
जिला
प्रशासन
की
ओर
से
किए
गए
प्रयासों
पर
संतोष
जताया।
हालांकि
उन्होंने
स्थिति
के
सामान्य
होने
तक
शहर
में
ही
रुकने
की
बात
कही।
जिले
के
अधिकारियों
ने
गृह
मंत्रालय
को
रिपोर्ट
भेजकर
आने
वाले
ईद
त्योहार
के
दौरान
कर्फ्यू
में
ढील
देने
तथा
सुरक्षा
के
अन्य
इंतजामों
पर
निर्देश
मांगे
हैं।
हिंसा
के
मद्देनजर
रविवार
से
अब
तक
38
लोगों
को
गिरफ्तार
किया
गया
है।
उल्लेखनीय है कि सहारनपुर में शनिवार को एक विवादित जमीन पर उच्च न्यायालय का फैसला आने के बाद वहां गुरुद्वारे के लिए कुछ निर्माण कार्य चल रहे थे, जिसके कारण वहां हिंसा भड़क उठी थी। स्थानीय मुसलमान भड़क उठे। दोनों पक्षों की ओर से पथराव और गोलीबारी शुरू हो गई। दंगों के दौरान चार दर्जन से ज्यादा दुकानों और वाहनों में आग लगा दी गई।
पुलिस के मुताबिक, दंगों में तीन लोग मारे गए और एक पुलिस कांस्टेबल तथा होमगार्ड सहित तीन दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। इनमें से अधिकतर की हालत गंभीर बनी हुई है। सूत्रों के अनुसार, जनता मार्ग, ढोलीखाल, हसनपुर और अंबाला मार्ग पर तनाव अब भी बना हुआ है, जिसे लेकर जिला प्रशासन 'चिंतित' है। यहीं रविवार को नाराज लोगों ने पुलिस पर पथराव किया था।