तेलंगाना का बेहतर भविष्य कांग्रेस के हाथों में: सोनिया
उत्तरी तेलंगाना के इस कस्बे में चुनाव सभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा चूंकि अब समय तेलंगाना राज्य को जिम्मेदारी के साथ चलाने का आ गया है, इसलिए लोगों को शांति और विकास सुनिश्चित करने के लिए कांग्रेस को वोट डालना चाहिए। सोनिया गांधी ने संसद में तेलंगाना विधेयक का विरोध करने को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) और वाईएसआर कांग्रेस की आलोचना की।
उन्होंने तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) को भी नहीं बख्शा। टीआरएस ने न तो कांग्रेस में विलय किया और न ही चुनावी गठबंधन बनाया। उन्होंने कहा, "टीआरएस की तेलंगाना विधेयक का मसौदा तैयार करने और पारित करने में कोई भूमिका नहीं रही।"
उन्होंने उल्लेख किया कि 2001 में टीआरएस के गठन से सात माह पूर्व तेलंगाना क्षेत्र के कांग्रेसी विधायकों ने बैठक की और पार्टी नेतृत्व से पृथक तेलंगाना राज्य को समर्थन देने का प्रस्ताव पारित किया था। फरवरी में संसद से तेलंगाना विधेयक के पारित होने के बाद सोनिया गांधी की तेलंगाना में यह पहली सभा थी।