चीनी मीडिया ने कहा चीन भी भारत से कुछ सीखे
नई दिल्ली (ब्यूरो)। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की भारत यात्रा को चीनी मीडिया ने खूब कवर किया नए अंदाज में। मीडिया भारत और चीन के नागरिकों से एक-दूसरे को बेहतर तरीके से समझने की अपील की है। ग्लोबल टाइम्स' अपने संपादकीय में लिखता है कि चीन में कुछ लोग मानते हैं कि भारत 'गरीब' है, और कई लोग इसे 'लोकतंत्र' के रूप में देखते हैं। लेकिन दोनों ही विचार एक्सट्रीम हैं।
इसका कहना है कि चीन और भारत को एक-दूसरे से सीखना चाहिए क्योंकि दोनों की कई समस्याएं एक जैसी हैं, मसलन अत्यधिक आबादी, विकास की कमजोर बुनियाद और संसाधनों की कमी। चीनी मीडिया कवरेज पर वरिष्ठ लेखक अवधेश कुमार ने वह मानता है कि राष्ट्रपति शी जिनपिंग की यात्रा से चीनियों के पास भारत को लेकर अपनी 'गलतफहमी' दूर करने का एक मौका है।
विदेशी नेताओं का राजधानी दिल्ली में स्वागत करने की परंपरा के उलट भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शी की अपने घरेलू शहर में अगवानी की। राष्ट्रपति शी के दौरे को चीनी मीडिया में जमकर सुर्खियां मिल रही हैं।
गलतफहमियां होंगी दूर
'चाइना नेट' के एक लेख के अनुसार भारतीयों और चीनियों को एक-दूसरे के बारे में कई गलतफहमियां हैं लेकिन जिनपिंग की यात्रा से चीनियों के पास भारत के प्रति अपनी धारणा बदलने का एक मौका है। 'चाइना डेली' लिखता है कि बैठक का माहौल 'मैत्रीपूर्ण' रहा और चीन के गुआंगडोंग राज्य और गुजरात के बीच कई समझौतों पर हस्ताक्षर हुए।