चीन का इस नक्शे की वजह से होगा भारत-चीन के बीच युद्ध?
दरअसल चीन ने अपना एक नया नक्शा जारी किया है। इस नक्शे में उसने अरुणाचल प्रदेश को अपना हिस्सा बताया है जबकि जम्मू-कश्मीर के एक बड़े हिस्से को भी चीन का अंग बताया है।
भारत ने चीन के इस मैप पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि नक्शा जारी करने से ही जमीनी हकीकत नहीं बदल जाती।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता सईद अकबरुद्दीन ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश भारत का अंतरंग हिस्सा है जिसे कभी अलग नहीं किया जा सकता। इस मसले को चीन के साथ सर्वोच्च स्तर पर उठाया जाता है।
यह पूछे जाने पर कि क्या उपराष्ट्रपति अंसारी चीन दौरे में इस मसले को उठाएंगे प्रवक्ता ने कहा कि बातचीत के दौरान हम अपनी चिंता के हर मसले को उठाते हैं।
अमेरिकी अखबार वॉशिंगटन पोस्ट की ओर से प्रकाशित खबर में चीन की ओर से जारी नया मैप जारी किया गया है। इस नक्शे में दक्षिण चीन सागर के ज्यादातर इलाके को चीन को बताया गया है।
इससे दक्षिण-पूर्व एशिया के तटीय देशों में खासी नाराजगी है।
वॉशिंगटन पोस्ट ने इसी नक्शे की ओर ध्यान दिलाते हुए यह भी कहा है कि इसमें भारत के अरुणाचल प्रदेश और जम्मू कश्मीर के एक हिस्से को चीन का बताया गया है।
पोस्ट ने इस आशय की अपनी रिपोर्ट में सवाल उठाया है कि क्या चीन का यह नक्शा एक नया युद्ध शुरू कर सकता है?
गौरतलब है कि 2 साल पहले चीन ने अपने नागरिकों को जारी नए पासपोर्ट के पन्नों पर चीन का मैप छापा था जिसमें भी अरुणाचल को चीन का हिस्सा बताया गया था।
अरुणाचल के 90 हजार वर्ग किमी और जम्मू-कश्मीर के अक्साई चिन के 32 हजार वर्ग किमी इलाके पर चीन अपना दावा 6-7 दशक से करता आया है।