हर सरकारी कर्मचारी से पूछेंगे मोदी- बताओ कितना माल है तुम्हारे पास?
नई दिल्ली (विवेक शुक्ला)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस पहल से अगर सबसे ज्यादा खुश होंगे तो वो हैं अन्ना हजारे। जी हां क्योंकि अन्ना ने जिस प्रकार भ्रष्टाचार को दूर भगाने के लिये देश में मुहिम छेड़ी शायद उसी के परिणाम हैं कि मोदी सरकार ने आते ही भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ ऐक्शन लेने शुरू कर दिये हैं। खैर बात तो केंद्रीय कर्मचारियों तक ही सीमित है फिलहाल।
अगर आप केन्द्र सरकार के मुलाजिम हैं तो तैयार हो जाइये अपनी प्रॉपटी और दूसरी तमाम जानकारी देने के लिए। दरअसल मोदी सरकार आपसे आपकी चल और अचल संपत्ति के अलावा बैंक एफडी की भी जानकारी लेना चाहती है। आपने चालू वित्त साल के दौरान कितना सोना और शेयर खरीदे,उसकी जानकारी भी उसे चाहिए।
दरअसल पिछले दो-तीन दिनों के भीतर राजधानी में केन्द्र सरकार के बहुत से कर्मियों को चार पेज के फार्म मिले हैं। उसमें आपसे, आपकी पत्नी और बच्चों की संपत्ति की भी जानकारी मांगी गई है। मानव संसाधन मंत्रालय के एक अधिकारी को भी उक्त फार्म भरने को मिला है। इसमें उनसे उनकी संपत्ति का विस्तार से ब्यौरा मांगा गया है।
सरकार आखिर क्यों कर रही है यह सब
प्रश्नावली बेहद सघन है। उक्त अधिकारी ने अपना नाम गुप्त रखने की शर्त पर बताया कि चार पन्नों के फार्म को भरने में पूरा एक दिन लगेगा। इसमें भरी जानी वाली जानकारी को एकत्र करने में ही घंटों लगेंगे। जानकारों ने बतायाकि इस फार्म को मिलने के बाद कर्मियों में भय का भाव बताया जाता है। इस फार्म को मिनिस्ट्री आफ पर्सनल ने भेजा है। अभी यह मालूम नहीं चल सका है कि सरकार किसलिए यह सारी कवायद कर रही है। उसका इसे करने के पीछे मकसद क्या है।
इस बीच,केन्द्र सरकार ने अपने सारे मुलाजिमों की गिनती करने का फैसला किया है। यानी कि सरकार पता लगाएगी कि उसके विभागों में कितने कर्मी काम कर रहे हैं और उनके पद क्या है। इस संबंध में केन्द्र सरकार के शिखर स्तर पर फैसला लिया गया। जाहिर है, यह अपने आप में बड़ी कवायद होगी। सरकार का इसे अगले छह महीनों में पूरा करने का इरादा है। केन्द्र सरकार के एक आला अफसर ने बताया कि इसके तहत कैबिनेट सचिव से लेकर ब्लॉक स्तर पर काम करने वाले केन्द्र सरकार के कर्मियों की गिनती की जाएगी।