गोरखपुर में नर पिशाच: हत्या के बाद कलेजा पका कर खाया, शराब की तरह पी गया खून
घटना जनपद गोरखपुर के खजनी गांव की है। सोनबरसा, चिलुआताल निवासी पप्पू खजनी में बोगा गांव के पास एक ईट भट्ठे पर मजदूरी करता था। बुधवार को सुबह ईंट भट्ठे के पास उसकी लाश मिली थी। लोगों ने बताया कि भट्ठे पर ही गुमला, झारखंड निवासी जनक, पवन और सोनू के साथ पप्पू रात में अपने कमरे में जुआ खेल रहा था। जनक और उसकी पत्नी राधा फरार है। पवन पुलिस की पकड़ में आया तो उसने बताया कि जुए में हारजीत को लेकर जनक और पप्पू के बीच मारपीट हुई थी। मारपीट में लगी चोट के कारण पप्पू बेहोश हो गया। बाद में जनक और उसकी पत्नी ने हंसिए से पेट फाड़कर उसकी हत्या कर दी।
पुलिस की पूछताछ में पवन ने सच्चाई स्वीकार कर ली। बताया कि जनक और उसकी पत्नी के साथ वह भी पप्पू की हत्या में शामिल था। वे शव खेत में ले गए और पेट फाड़कर कलेजा निकाला और पकाने के बाद तीनों ने मिलकर खाया। तीन टुकड़ा नहीं खा पाए तो झाड़ी में फेंक दिया। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने तीनों टुकड़ा बरामद कर लिया है। वहीं से पेट फाड़ने के लिए इस्तेमाल किया गया धारदार हथियार भी बरामद हो गया। सूत्र बताते हैं कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी डॉक्टरों ने पप्पू के शरीर में कलेजा न होने की जानकारी दी है। एसपी (ग्रामीण) हरीश चंदर ने फोन पर बातचीत के दौरान बताया कि एक आरोपी को हिरासत में लिया गया है। पूछताछ में उसने जघन्य तरीके से हत्या करने की बात कबूल की है।
कच्ची शराब और जिस्मफराशी का अड्डा बनते ईंट भट्ठे
कच्ची शराब, जिस्मफरोशी समेत तमाम अवैध कामों का ठिकाना बन चुके ईंट भट्ठों को लेकर पुलिस गंभीर हो गई है। खजनी में मजदूर पप्पू के हत्यारोपी दंपति के पते और रिश्तेदारों के बारे में कोई ठोस सुराग न मिल पाने को लेकर पुलिस हैरान है। एसपी (ग्रामीण) के निर्देश पर फिलहाल खजनी के ईंट भट्ठे को सीज कर दिया गया है। एसपीआरए ने सभी थानाध्यक्षों को अपने-अपने इलाकों में चलने वाले ईंट भट्ठों पर काम करने वाले मजदूरों का वेरिफिकेशन करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने भट्ठा मालिकों से अपने यहां काम करने वाले मजदूरों की सूची, उनके नाम पते और पहचान पत्र का ब्योरा तत्काल उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं।