पुराना है समाजवाद और कालिखवाद का रिश्ता: कभी माया तो कभी मोदी
इसके अलावा वाराणसी में सपा कार्यकर्ताओं ने नरेंद्र मोदी के पोस्टर पर न केवल कालिख पोती, बल्कि उस पर जूते मारकर भी अपना विरोध जताया। पॉलीटिक्स में डर्टी ट्रिक्स की बात करें तो समाजवादी पार्टी हमेशा से आगे रही है। सीधे शब्दों में कहें तो पोस्टरों पर कालिख पोतना समाजवादी पार्टी का पुराना हथियार रहा है। 11 सितंबर 2007 को भी समाजवादी पार्टी के नेताओं ने तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती की पोस्टर पर कालिख पोती थी। हालांकि उस वक्त ये खबर दब गई थी क्योंकि मायावती के तानाशाही के चलते ना कोई अखबार और ना ही किसी चैनल ने इस खबर को चलाया था।
आपको बताते चलें कि रात लगभग 2 बजे, 10, 11 सितम्बर 2007, मायावती सरकार द्वारा छात्रसंघ चुनाव पर प्रतिबंध लगाये जाने के विरोध में लखनऊ शहर में मायावती की सभी होर्डिंगों पर कालिख पोती गयी। छात्र नेता फखरुल हसन चाँद, मनीष यादव, पवन पाण्डेय, राजपाल कश्यप, राजेश यादव, रामसिंह राणा, अभितेंद्र सिंह राठौरे, राजन नायक और विष्णु पाण्डेय समेत कई छात्र नेताओं पर यूपी पुलिस ने मुकदमें दर्ज किये। सभी मुकदमे लखनऊ के चार थानों में दर्ज हुए, वो भी संगीन धाराओं के साथ जिसमें गैंगेस्टर एक्ट भी लगाया गया था।
उल्लेखनीय है कि वाराणसी में समाजवादी पार्टी (सपा) के कार्यकर्ताओं ने एक नारे को लेकर शुरू हुए विवाद के बाद सोमवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी के पोस्टर पर काली स्याही फेंकी गई। यह विवाद 'हर-हर मोदी, घर-घर मोदी' नारे को लेकर शुरू हुआ है। धर्म गुरु और स्थानीय बुद्धिजीवी ने भगवान शिव से मोदी की तुलना करने वाले इस नारे पर आपत्ति जताई है। पार्टी ने आधिकारिक रूप से इस नारे से दूरी बरत ली है। लेकिन सपा के नाराज कार्यकर्ताओं ने सोमवार को मोदी के पोस्टर पर काली स्याही फेंक दी।
सड़कों पर उतर आए सपा कार्यकर्ताओं ने भाजपा पर मोदी की तुलना महादेव (भगवान शिव) से करने का आरोप लगाया सपा समर्थकों ने इस नारे का मजाक उड़ाते हुए एक पोस्टर जारी किया है। पोस्टर में लिखा है, 'थर-थर मोदी, डर-डर मोदी'। यह पोस्टर इलाहाबाद के सभी महत्वपूर्ण स्थानों पर पार्टी नेता अरुण गुप्ता ने चिपका दिए हैं। भाजपा ने भी इस नारे का चुनाव प्रचार के लिए कई स्थानों पर इस्तेमाल किया था, लेकिन इसे लेकर बढ़ते विवाद के बाद पार्टी ने रविवार को इसे हटा लिया। विपक्षी पार्टियों ने मोदी की तुलना भगवान शिव से करने पर भाजपा की आलोचना की है।