सर्वे में सर्वे-सर्वा बनकर उभरी भाजपा, एनडीए को पहली बार स्पष्ट बहुमत
भाजपा को अपने दम पर 226 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया है। पार्टी को इतनी सीटें पहले कभी नहीं मिलीं। भाजपा की तुलना में कांग्रेस की झोली में केवल 92 सीटें दिखाई गई हैं। वह सहयोगी दलों के साथ 111 सीटों तक ही पहुंचती दिख रही है।
अगर चुनाव नतीजे इस अनुमान के मुताबिक ही आए तो यह कांग्रेस की सबसे करारी हार होगी। कांग्रेस को इसके पहले सबसे कम 114 सीटें 1999 में मिली थीं। यह जनमत सर्वेक्षण अप्रैल के पहले सप्ताह में किया गया। अभी मतदान के पांच चरण बाकी हैं।
जरूर पढ़ें - 'टॉफी' मॉडल
एनडीटीवी की ओर से मार्च में किए गए सर्वेक्षण में भाजपा और सहयोगी दलों को 259 सीटें मिलने का अनुमान लगाया गया था। ताजा सर्वे में भाजपा की बढ़त का कारण उत्तर प्रदेश की 80 में से 51, महाराष्ट्र की 48 में से 37 और बिहार की 40 में से 24 सीटें मिलने का अनुमान है।
इसके अलावा सीमांध्र में भाजपा की नई सहयोगी तेदेपा को 15 सीटें मिलना भी है। सर्वे के अनुसार नतीजों में दो फीसद का हेरफेर संभंव है।सर्वे के मुताबिक कांग्रेस को यूपी में महज पांच सीटें मिलने का अनुमान जताया गया है।
जबकि मुलायम सिंह यादव की सपा को पिछले चुनाव में मिलीं 23 सीटों के मुकाबले इस बार 14 सीट मिलती दिख रही हैं। बसपा को पिछली बार से आधी 10 सीटें मिलने की उम्मीद है।
कर्नाटक में कांग्रेस को बढ़त का अनुमान है। यहां 'पंजा' 14 सीटों पर जीत हासिल कर सकता है, जबकि भाजपा को पिछले लोकसभा चुनाव में मिलीं 19 सीटों के मुकाबले इस बार 12 सीटें ही मिलने का अनुमान लगाया गया है।
पंजाब में भाजपा के सहयोगी शिअद को सात और कांग्रेस को छह सीटें मिल सकती हैं। पीएम प्रत्याशी नरेंद्र मोदी के गुजरात में भाजपा को 22 और कांग्रेस को चार सीटें मिलने की संभावना जताई गई है।