नमो-नमो का राग अलापने वाले बाबा के क्यों बदले बोल?
बाबा ने एनडीए और बीजेपी को समर्थन देने के मुद्दे पर फिर से विचार करने की बात कही है। अब तक मोदी को पीएम पद का एकमात्र विकल्प मानने वाले रामदेव एनडीए में गड़बड़ी की बात कर रहे है। तल्ख लहजे में बाबा ने कहा कि हम किसी के गुलाम नहीं है। उन्होंने कहा कि हम किसी के गुलाम नहीं हैं। राजनीति में विकल्पों की कमी नहीं है। हमने हमेशा कहा है कि हमारा समर्थन मुद्दों पर आधारित है। फिलहाल एनडीए में काफी गड़बड़ है।
Did You Know: रामदेव ने बचपन में सेकंड हैंड किताबों से पढ़ाई की है।
बाबा रामदेव ने एक योग शिविर में कहा कि वह एनडीए और बीजेपी को समर्थन देने पर दोबारा विचार करेंगे। उन्होंने तो ये तक कह दिया कि मुद्दों पर लिखित आश्वासन मिलने के बाद ही वह बीजेपी को सपोर्ट करेंगे। इससे पहले बाबा रामदेव कई मौकों पर बीजेपी के पीएम कैंडिडेट नरेंद्र मोदी के साथ मंच साझा कर चुके हैं। उनके लिए लोगों से वोट मांगते रहे है, लेकिन अब अचानक उनके सुर बदल गए हैं। रामदेव ने कहा है कि हमारे लिए सभी विकल्प खुले हैं।
रामदेव ने भाजपा के सामने शर्तें रख दी है और कहा है कि एनडीए को कसम खानी होगी कि वह उनके मुद्दों का समर्थन करेगी। गौरतलब है कि रामदेव हमेशा पीएम के नाम पर नरेंद्र मोदी की वकालत करते रहे हैं, लेकिन लोकसभा चुनाव पास आने पर उनके बदले सुर बीजेपी की मुसीबत बढ़ा सकते हैं।
Did You Know: बाबा रामदेव का बचपन गरीबी में बिता है। उन्होंने अपनी पढ़ाई सेकंड हैंड किताबों से की है। बावजूद इके वो हमेशा क्लास में पहले नंबर पर आते थे।