सपना जो देखा था मनमोहन सिंह ने लेकिन मोदी सरकार करेगी पूरा!
मुंबई।
वर्ष
2004
में
जब
पूर्व
प्रधानमंत्री
मनमोहन
सिंह
महाराष्ट्र
में
विधानसभा
चुनावों
के
लिए
चुनावी
अभियान
पर
थे
तो
उस
समय
उन्होंने
मुंबई
की
जनता
से
वादा
किया
था
कि
वह
देश
का
आर्थिक
राजधानी
और
मायानगरी
मुंबई
को
चीन
के
सर्वश्रेष्ठ
शहर
शंघाई
की
तरह
बनाएंगे।
मनमोहन सिंह का यह सपना उनके प्रधानमंत्री रहते कभी पूरा नहीं हो सका। लेकिन अब लगता है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कोशिशों से उनका यह सपना जरूर पूरा हो सकेगा।
आखिरकार आई मुंबई की याद
गुरुवार को जब चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच हैदराबाद हाउस में बातचीत खत्म हुई तो जिन समझौतों के बारे में जानकारी दी गई, उसमें शंघाई और मुंबई के बीच हुआ एक समझौता भी शामिल है।
मनमोहन सिंह ने उस समय अपने कार्यालय के अधिकारियों, शहरी विकास मंत्रालय के अधिकारियों और योजना आयोग के अधिकारियों के साथ कई दौर मीटिंग भी की थीं। उन्होंने मुंबई को शंघाई बनाने की योजना पर घंटो बातचीत भी की लेकिन कोई नतीजा नहीं निकल सका था।
एक ही जैसे मुंबई और शंघाई
अगर मुंबई को शंघाई बनाने की बात कही गई तो ऐसे ही नहीं कह दी गई है। दोनों शहरों के बीच कई ऐसी बातें हैं जो इन्हें एक जैसा बनाती हैं। शंघाई और मुंबई दोनों ही दुनिया के आधुनिकतम शहरों में से एक हैं।
ब्रिटिश काल के दौरान दोनों ही शहरों की एक अहम भूमिका रही है। दोनों ही शहर जनसंख्या के हिसाब से अपने-अपने देशों के सबसे बड़े शहर के तौर पर सम्मानित हैं।
मुंबई की ही तरह शंघाई भी चीन की आर्थिक राजधानी है और दोनों ही शहर समंदर के किनारे बसे हुए हैं।
कभी
मुंबई
जैसा
ही
था
शंघाई
किसी
समय
में
शंघाई
भी
मुंबई
की
ही
तरह
इंफ्रास्ट्रक्चर
के
लिहाज
से
काफी
पिछड़ा
शहर
था।
बीजिंग
में
स्थित
चीन
की
सरकार
के
अत्यधिक
हस्तक्षेप
की
वजह
से
शंघाई
की
सूरत
बदली
ही
नहीं
पा
रही
थी।
फिर वर्ष 1990 में नियमों में ढील दी गई और शंघाई का कायाकल्प शुरू हुआ। आज शंघाई में जिस तरह से इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास हुआ है, वह दुनिया के सामने एक मिसाल है।
शंघाई को आज दुनिया के उन शहरों में शुमार किया जाता है जहां पर सबसे अच्छी सड़कें हैं, बेहतरीन मेट्रो और रेल नेटवर्क है। एक लाजवाब इंटरनेशनल एयरपोर्ट के साथ ही एक पुराना एयरपोर्ट भी काफी बेहतरीन हालत में है।
साथ ही शंघाई ने प्यूडांग में अपना एक नई बिजनेस डिस्ट्रीक्ट शुरू कर डाली है। इन सबके बाद भी इस शहर में विकास कार्यों पर कोई रोक नहीं लगी है।