बुजुर्ग आडवाणी-जोशी को बहलाने के लिए बना दिया 'मार्गदर्शक मंडल'
नई दिल्ली। बुजुर्ग नेता लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को किनारा लगाने के लिए भाजपा ने एक नया अजीबो गरीब मंडल बना दिया है। जिसमें आडवाणी और जोशी को रखा गया है। चुनाव जीतने के बाद ही नरेंद्र मोदी ने यह संकेत दे दिए थे कि आडवाणी और जोशी को अलग-थलग रखा जाएगा। दरअसल, जानकारों का मानना है कि नरेंद्र मोदी नहीं चाहते कि उनके आंतरिक निर्णयों में कोई भी वरिष्ठ नेता हस्तक्षेप करे।
संसदीय बोर्ड से बाहर का रास्ता
बीजेपी संसदीय बोर्ड का पुर्नगठन किया गया है और इसमें पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाडपेयी, वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी को शामिल नहीं किया गया है। बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह को संसदीय बोर्ड का अध्यक्ष बनाया गया है।
यह हैं संसदीय बोर्ड में शामिल
इस संसदीय बोर्ड में अमित शाह (अध्यक्ष) नरेंद्र मोदी, राजनाथ सिंह, सुषमा स्वराज, अनंत कुमार, नितिन गडकरी, अरुण जेटली, वेंकैया नायडू थावरचंद गहलोत, जेपी नड्डा, शिवराज सिंह चौहान और रामलाल को शामिल किया गया है।