लीबिया में फंसी 500 भारतीय नर्सें, हो रही वापसी की कोशिश
लीबिया संघर्ष में इस समय 500 भारतीय नर्सें मुश्किल में फंसी हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, वहां फंसी भारतीय नर्सें अपने देश लौटना चाहती हैं। त्रिपोली के अस्पताल में ही करीब 350 नर्सें काम कर रही हैं। केरल के अप्रवासी विभाग को अब तक 65 भारतीय लोगों की जानकारी मिली है जो लीबिया से वापस आना चाहते हैं। केरल ने केंद्र सरकार से संघर्ष प्रभावित लीबिया के अस्पतालों में काम कर रही भारतीय नर्सों को वापस लेने के लिए एक विशेष विमान की व्यवस्था करने का आग्रह किया है।
भारतीय दूतावास ने नागरिकों से लीबिया की यात्रा न करने का निर्देश जारी किया है। केरल के मुख्यमंत्री ओमन चैंडी ने कहा कि भारत ईद के तुरंत बाद लीबिया से अपने नागरिकों को वापस लाना शुरु कर देगा। विदेश मंत्रालय के अनुसार लीबिया से नर्सों को सड़क मार्ग से ट्यूनीशिया लाने और वहां से विमान के द्वारा भारत लाने की योजना पर काम हो रहा है।
लीबिया में फंसी ज्यादातक नर्सें त्रिपोल में बड़े शहरों के अस्पतालों में काम कर रही हैं। अगर विशेष विमान की व्यवस्था की जाती है तो कम से कम 100 लोग वापस लाए जाएंगे। राज्य सरकार उन लोगों की सूची तैयार कर रही है जिन्हें पहले जत्थे में शामिल किया जाएगा।
इस मुद्दे की गंभीरता को देखते हुए चांडी ने पिछले सप्ताह विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के समक्ष इसे उठाया था। त्रिपोली में भारत के मिशन ने कल अपने नागरिकों को हिंसाग्रस्त देश से किसी भी तरीके से निकल जाने और वहां वापस न जाने की सलाह दी है।