देशभर में चाहे कहीं भी हों, लेकिन रात को घर क्यों लौटते हैं मोदी?
नयी दिल्ली। लोकसभा चुनाव के मद्देनजर भारतीय जनता पार्टी के प्रधानमंत्री पद के दावेदार नरेन्द्र मोदी देश भर में घूम-घूम कर रैलियां कर रहें है। हाल ही में उनकी चुनावी रैलियों का आकड़ां सौ पार कर चुका है। जिस तेजी से चुनाव के अंतिम पड़ाव की ओर बढ़ रहा है उसी रफ्तार से मोदी की रैलियों की तादात भी बढ़ती जा रही है। मोदी का पूरा दिन व्यस्तता भरा है। अलग-अलग राज्यों, छोटे-छोटे शहरों और कस्बों में जाकर मोदी चुनावी रैलियां कर रहे है। भले ही वो दिन भर कहीं भी हो, लेकिन हर रात को अपने घर जरुर पहुंचते है।
मोदी की हर रात अपने ही घर में गुजरती है। कितनी भी देर क्यों ना हो जाए, लेकिन वो घर जाना नहीं भूलते है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि मोदी के लिए ये सब कैसे संभव हो पाता है। आइए आपको बताएं कि मोदी कैसे हर रात अपने घर पहुंचकर चैन की नींद लेते है।
हर रात घर लौटते हैं मोदी
मोदी तमाम रैलियां करने के बावजूद हर रात अपने घर लौटते है। यह सब मुमकिन होता है कि उनके हवाई बेड़े की मदद से। मोदी की हवाई टीम में 1 जेट विमान और 2 हेलिकॉप्टर शामिल हैं।
मोदी की हवाई सेना
नरेंद्र मोदी अब तक देश भर में 150 से ज्यादा रैलियों को संबोधित कर चुके हैं। उन्होंने अपने हवाई बेडे के जरिए अब तक करीब 2.4 लाख किलोमीटर सफर किया है। औसत के तौर पर देखें तो वो हर रोज 1,100 किलोमीटर का सफर कर रहे हैं।
राहुल को पछाड़ा
जानकार मानते है कि हवाई यात्रा के मामले में मोदी ने बाकी सभी नेताओं को पछाड़ दिया है। उनके बाद कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी का नंबर आता है, जो कांग्रेस की तरफ से कमान संभाले हुए हैं।
अहमदाबाद से अहमदाबाद तक
मोदी की यात्रा की शुरुआत हर रोज अहमदाबाद एयरपोर्ट से ईएमबी-135बीजे एम्ब्रायर विमान से होती है। यह विमान कर्नावती एविएशन का है, जो अडानी समूह की कंपनी है।
मोदी का गुजरात प्रेम
मोदी भले ही भाजपा की ओर से पीएम पद की दावेदारी कर रहे हो, लेकिन वो गुजरात के सीएम भी है। ऐसे में मोदी चुनावी व्यस्तताओं के बीच गुजरात से दूर नहीं होना चाहते है। मोदी हर रोज गुजरात लौटकर मंत्रियों के संपर्क में बनें रहते है, ताकि वहां की जनता को ये न लगे कि मोदी गुजरात पर भुला चुके है।
हेलिकॉप्टर रोका तो गुस्साए मोदी
कुछ दिन पहले ही मोदी के हेलिकॉप्टर को दिल्ली में 2 घंटे के लिए डीजीसीए ने उड़ान भरने से रोक दिया था। उड़ान में हुई देरी के बाद मोदी ने केन्द्र सरकार पर हमला बोला। इस घटना के बाद से ही उन्होंने हेलिकॉप्टर के मुकाबले विमान का अधिक इस्तेमाल करना शुरु कर दिया। अब कम दूरी के लिए भी मोदी विमान का इस्तेमाल करते है।
जेट विमान का खर्चा 3 लाख प्रतिघंटा
नरेंद्र मोदी अगस्ता एडब्ल्यू-139में सफर कर रहे हैं, जो डीएलएफ ग्रुप का है। जानकारों के मुताबिक मोदी के हेलिकॉप्टर में सफर करने का खर्च 70-75 हजार रुपए प्रतिघंटे, चॉपर का खर्च 1-1.2लाख रुपए प्रतिघंटे और जेट विमान का खर्च करीब 3 लाख रुपए प्रतिघंटे है।