मोदी के 10 डॉयलाग सुनकर आपका सीना हो जाएगा '56 इंच' का
नयी दिल्ली। भारती के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपना 64वां जन्म दिन मना रहे हैं। गुजरात में अपनों के बीच में मोदी ने अपना जन्म दिन मनाया। मोदी की शख्सियत उनकी पहचान रही है. उनकी गिनती अच्चे वक्ताओं में की जाती है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के बाद मोदी ही ऐसे वक्ता है जिन्हें सुनने के लिए लोग लालायित होते हैं। मोदी चुनाव प्रचार के दौरान अपने कई वाक्यों को लेकर खूब फेमस हुए। उनके ये डॉयलाग बच्चे-बच्चे के जुबान पर छा गया। ऐसे में उनके जन्मदिन के मौके पर हम आपको बताते है कौन से हैं वो 10 डॉयलाग जिसे सुनकर आपका भी सीना 56 इंच का हो जाएगा।
मोदी मैजिक
मोदी ने चुनाव के दौरान एक रैली में कहा कि मुझे देश के लिए मरने का मौका नहीं मिला, लेकिन मुझे देश के लिए जीने का मौका मिला है।.
कुशल वक्ता है मोदी
मोदी विश्वास से भरे स्वर में कहते है - मैं लोगों की उम्मीदों पर खरा उतरने की कोशिश करूंगा, मैं लोगों को अपना रिपोर्ट कार्ड 2019 में पेश करूंगा।
छा गया मोदी का जादू
चुनाव प्रचार के दौरान ये डॉयलाग मोदी के मुंह से कई बार सुनने को मिले कि मैं बहुत ही आशावादी व्यक्ति हूं और एक आशावादी व्यक्ति ही देश में आशावाद ला सकता है।
अमेठी में बोले मोदी
चुनाव प्रचार के दौरान अमेठी में मोदी ने कहा कि आपके सपने मेरे सपने हैं। 40 साल तक एक परिवार ने तीन पीढियों के सपनों को बर्बाद किया। मैं सुनिश्चित करूंगा कि आपके सपने पूरे हों।
लोगों में छा जाते हैं
मोदी का ये डॉयलाग लोगों में नई ऊर्जा भरता है कि हम यहां (सत्ता में) पॉजिशन पाने नहीं आए हैं, जिम्मेदारी लेने आए हैं।
कुशल वक्ता है मोदी
मोदी ने कभी भी धर्म को अपना हथियार नहीं बनाया। वो कहते है मेरे लिए धर्म काम के प्रति निष्ठा है और निष्ठापूर्वक काम करना धार्मिक होना है।
जुदा है मोदी का अंजाद
मोदी ने हमेशा से कांग्रेस को अपने निशाने पर लिया। वो लोगों के सामने पोल खोलते है और कहते है वे पार्टी को बचाने की कोशिश कर रहे हैं, हम देश बचाने की कोशिश कर रहे हैँ। यही हमारे में मूल अंतर है।
युवाओं के फेवरेट है मोदी
मोदी युवाओं में लोकप्रिय है। इसलिए उन्होंने हमेशा अपने भाषणों में युवाओं को शामिल किया है। वो कहते है यह महत्वपूर्ण है कि हम अपने देश के युवा को किस नजरिए से देखते हैं। उन्हें मात्र कम उम्र के मतदाता के रूप में देखना एक बड़ी गलती है, वे नई उम्र की शक्तियां हैं।
कुशल वक्ता मोदी
मोदी ने हमेशा से आतंकवाद के खिलाफ बढ़-चढ़ का आवाज उठाई है। वो कहते है केंद्र सरकार की आतंकवाद से निपटने की कोई इच्छा नहीं है। यह समय की मांग है कि आतंकवाद के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए, जैसा कि अमेरिका ने 9/11 के बाद किया और तब से आतंकवादी उस देश की तरफ देखने की हिम्मत नहीं कर पाए।
मोदी का है क्रेज
मोदी का सबसे पसंदीदा डॉयलाग है -जब कोई और खिलाड़ी कम रन बना कर आउट हो जाता है तो लोग उतने दुखी नहीं होते, लेकिन सचिन तेंदुलकर अगर 10 रन पर भी आउट होते हैं फिर भी उनकी आलोचना होती है क्योंकि लोग उनका आंकलन एक अलग स्तर पर करते हैं। मैं खुश हूं कि मुझे भी उम्मीदों के पैमाने पर आंका गया है, ना कि यश और अपयश के पैमाने पर।