भाजपा नेता टिकट के लिये सीनियर लीडरों के सामने परोसता था बेटी का जिस्म, हत्या
आपको बता दें कि गाजियाबाद के साहिबाबाद के रहने वाले धर्मवीर चौधरी पार्टी के वार्ड अध्यक्ष भी थे। पुलिस के आला अधिकारी से प्राप्त जानकारी के मुताबिक दामाद का नाम सुनील है और वो धर्मवीर चौधरी को गोली मारने के बाद साहिबाबाद थाने में जाकर सरेंडर कर दिया। साहिबाबाद कोतवाली के एसएचओ ने फोन पर बताया कि सुनील की शादी 18 साल पहले धर्मवीर चौधरी के बेटी से हुई थी। सुनील ने पूछताछ में बताया कि पिछले 8 माह से मेरी बीवी मेरे साथ ना रहकर अपने पिता के घर में रहने लगी थी।
सुनील ने बताया कि धर्मवीर चौधरी ने मेरी पत्नी को जबरदस्ती अपने घर में रखा हुआ था। सुनील ने बताया कि चौधरी पार्टी की ओर से टिकट पाने के लालच में नेताओं को अपनी बेटी और मेरी पत्नी को उनके घरों में गंदे काम के लिए भेजा करता था। इलाके में रसूख होने के कारण कोई इससे उलझना नहीं चाहता था। मैं अपने ससुर की इन हरकतों से बहुत परेशान हो गया था, इस कारण आज मैंने उसे गोली मार दी। पुलिस ने बताया कि सुनील की 4 लड़कियां और 2 लड़के हैं।