कारगिल युद्ध: वो रास्ता जहां से भारत में घुसे थे पाकिस्तानी सैनिक
द्रास से ऋचा बाजपेयी। कारगिल के द्रास सेक्टर की तस्वीर में आपको पहाड़ों के बीच एक रास्ता दिखाई दे रहा होगा। दुर्गम पहाड़ों के बीच बने हुए इस रास्ते का इस्तेमाल पाकिस्तानी सैनिकों ने 1999 में कारगिल की जंग के दौरान किया था।
यह रास्ता बटालिक सेक्टर की ओर जाता है, इस रास्ते के पास सुरूह नाला है, जहां पहाड़ों से बर्फ का पानी गिरता है। 15 साल पहले इस रास्ते पर महज कुछ स्थानीय नागरिकों का आना-जाना हुआ करता था।
भारतीय सेना को जरा भी अंदाजा नहीं था कि कठिन पहाड़ों के बीच बने इस रास्ते से कोई आ भी सकता है, लिहाजा यहां पर मात्र एक ब्रिगेड तैनात थी। उस ब्रिगेड को चकमा देते हुए आम नागरिकों के वेश में पाकिस्तानी सैनिकों ने घुसपैठ शुरू की और देखते ही देखते बंकर बनाने वाले सामान तक को इसी रास्ते से टाइगर हिल, तोलोलिंग, जुबार, बटालिंक, मुशकोह तक पहुंचाया गया और बंकर व बेस कैम्प बनाये गये।
हालांकि जंग के दौरान वो सारे बेस कैम्प और बंकर भारतीय सेना ने ध्वस्त कर दिये। आज यहां पर सेना की कड़ी चौकसी है। चौकसी इतनी कि सेना की बिना इजाजत यहां परिंदा भी पर नहीं मार सकता।