कारगिल युद्ध के दौरान अंडरग्राउंड बंकर में रहते थे पाकिस्तानी सैनिक
कारगिल से ऋचा बाजपेई। स्लाइडर की पहली तस्वीर में देखें आपको एक अद्धगोलीय आकार का बंकर दिखाई देगा। यह जितना जमीन से ऊपर है, उससे ज्यादा जमीन के अंदर भी। यही वो बंकर है, जिसका इस्तेमाल 1999 की जंग में पाकिस्तानी सैनिकों ने भारत पर हमला करने के लिये किया था।
पाकिस्तानी सैनिकों ने सिविल ड्रेस में पहले घुसपैठ की और फिर देखते ही देखते टाइगर हिल, हमोटिगला टॉप, तोलोलिंग समेत कई पहाड़ियों पर ऐसे बंकर बना लिये। लोहे का बना हुए इस बंकर पर गोलियों का कोई असर नहीं होता है। यह तो महज एक बंकर आप देख रहे हैं, इसके अलावा कई अन्य बंकर पाकिस्तानियों ने जमीन के अंदर यानी अंडरग्राउंड बनाये थे।
पहाड़ों में गड्ढे खोद-खोद कर उसके अंदर पाकिस्तानी सैनिक आकर जम गये और देखते ही देखते भारत के खिलाफ जंग छेड़ दी। 26 जुलाई 1999 को इस जंग में भारत को फतह मिली। कारगिल युद्ध से जुड़ी और भी रोचक बातें स्लाइडर में।
पाकिस्तानी बंकर
यह वो बंकर है, जिसे तोलोलिंग टॉप पर पाक सेना ने बनाया था।
पोस्ट जिस पर अब भारत का कब्जा
भारतीय सेना पाक की इस सिनेट्री पोस्ट को टाइगर हिल्स से कब्जे में लिया था। वह इस पोस्ट की आड़ में छिपकर सेना पर गोलियां बरसाते थे। इस पोस्ट पर भारतीय सेना की ओर से दागी गई गोलियों के निशान मौजूद हैं।
सेना की ऑपरेशन पोस्ट
13,000 फीट से भी ज्यादा ऊंचाई पर बने इस हमोटिगला टॉप की कारगिल वॉर की समय बड़ी अहमियत थी। यहां पर भारतीय सेना ने अपनी एक ऑपरेशनल पोस्ट बनाई हुई थी। यहां से सेना को कमांड दिए जाते थे कि वह कैसे दुश्मन पर हमला करे और किस तरह से हमले को अंजाम दे।
पहाड़ जिन पर कब्जा किया था पाक ने
यह वो पहाड़ी है, जिस पर कारगिल युद्ध के दौरान पाक ने कब्जा कर लिया था।
इस रास्से से घुसे थे पाकिस्तानी
यह वो रास्ता है जिसका इस्तेमाल पाकिस्तानियों ने घुसपैठ के लिये किया था।
तोलोलिंग की पहाड़ी
यह वो पहाड़ी है, जिस पर पाक का कब्जा था।