PICS: हाथों में एके-47 लिए, ये हैं ISIS के नन्हें जिहादी
आईएसआईएस आतंकियों की बर्बरता का अंदाजा तो अब तक पूरी दुनिया को लग चुका है। दो अमेरिकी पत्रकारों का सिर कलम करने और हजारों इराकी लोगों की क्रूरतापूर्वक हत्या के बाद आईएसआईएस अब बच्चों को भी इस जेहादी जंग में जोड़ती नजर आ रही है। आईएस आतंकियों द्वारा एक 6 महीने से भी कम उम्र के बच्चे की तस्वीर जारी की गई है, जिसमें बच्चा एके-47 से खेलता नजर आ रहा है। साथ ही उसके अगल-बगल तमाम प्रकार के हथियार सजा कर रखे हुए हैं।
आईएस आतंकियों की तरफ से जेहादी बच्चों की तस्वीर जारी करने का सिलसिला नया नहीं है। पहले भी आतंकियों ने सोशल मीडिया पर इस तरह तस्वीरें डाली हैं, जिसमें बच्चों को बंदूक चलाने की ट्रेनिंग दी जा रही है। आपको बता दे, आईएसआईएस के स्कूलों में सिर कलम करना भी सिखाया जाता है।
यहां हम आपको कुछ ऐसे ही नन्हे जिहादियों को दिखाने जा रहे हैं, जिसे देखकर इंसान की रूह तक कांप जाए। इन नन्हें बच्चों की मुठ्ठी में देश और अपनी तकदीर के बजाए एके-47 पकड़ा दिया गया है।
देखिए, नन्हें जिहादियों की तस्वीरें, जो आतंकियों ने सोशल मीडिया पर जारी किया है।
महज कुछ महीनों का है यह बच्चा
यह तस्वीर आईएसआईएस ने बुधवार को सोशल मीडिया में जारी किया। जिसमें एक 6 महीने से छोटा बच्चा बंदूक से खेलता नजर आ रहा है। वहीं उसके आसपास तमाम हथियार रखे हैं। आतंकियों के कैंपेन के तहत यह तस्वीर डाली गई है।
सिखाया जाता है हत्या करना
आईएसआईएस आतंकी बच्चों को भी बंदूके चलाना, ग्रेनाइड्स और तमाम तरह की हथियारों से खेलना सिखाते हैं। यहां बच्चों को बकायदा हत्या करने का प्रशिक्षण दिया जाता है।
एके-47 से खेलते हैं ये बच्चे
जिन बच्चों को शायद जिहादी शब्द का अर्थ भी नहीं पता होगा। उनके हाथों में बंदूकें और तमाम हथियार थमा दिये जाते हैं। जिसे सिखाने के लिए के अलग से प्रशिक्षण प्रक्रिया दी जाती है।
बर्बरता की सीमा नहीं
आईएस आतंकियों के बर्बरता की कोई सीमा ही नहीं है। यहां आतंकी पिता ही अपने बच्चों को आतंकवादी बनने की ट्रेनिंग देता है। और सारी हथियारों को सिखाता है।
आतंकियों द्वारा डाली गई थी
इस बच्चे को आतंकियों ने आईएसआईएस की वेशभूषा दे दी है। इसकी उम्र 6 या 7 वर्ष से ज्यादा की नहीं होगी। इसे आतंकी आतंकवादी बनने की ट्रेनिंग दे रहे हैं।
सीख रहा है एके-47
महज 6-7 वर्ष का यह बच्चा हाथों में एके-47 पकड़ा खड़ा है। आतंकी इसे बंदूक चलाने की कड़ी ट्रेनिंग दे रहे हैं।
सिर कलम की ट्रेनिंग
आईएसआईएस के स्कूलों में बच्चों को तमाम हथियारों को चलाने की ट्रेनिंग तो दी ही जाती है। साथ ही उन्हें सिर कलम करने का स्पेशल प्रशिक्षण भी दिया जाता है। फॉली की हत्या के बाद ये खुलासा हुआ था।
जानते नहीं क्या है आतंक
आतंकवादी बनने की राह पर चल पड़े इन बच्चों की आंखों में कहीं न कहीं खौफ नजर आता है। इन्हें तो शायद आतंकी और जेहादी शब्द का अर्थ भी न पता हो।