बाइक पर खड़े हो जाने से 'विश्वास' जी हो जायेगा राहुल का काम तमाम
अपने आप को गरीबों और लोगों का मददगार साबित करने में जुटे कुमार विश्वास अमेठी में इन दिनों हर किसी से मिलने में लगे हुए है और कांग्रेस की कमियों को गिना रहे हैं। गांधी परिवार का गढ़ माने जाने वाले अमेठी में कुमार विश्वास पिछले दिनों बाइक पर खड़े होकर जनसभा करते दिखायी दिये।
कुमार की पूरी कोशिश है यह जताने की वो और उनकी पार्टी आप केवल देश और जनता का भला चाहती है। इसलिए ही कुमार विश्वास अमेठी में तेजी से जनसम्पर्क अभियान में जुटे हुए हैं और छोटी छोटी जनसभाओं में अमेठी के रुके हुए विकास कार्यो के लिए सीधे तौर पर राहुल गांधी को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं।
Did You Know: कुमार विश्वास को कभी नहीं मिल सकता पद्दमश्री
आप नेता ने कहा कि अमेठी के विकास को लेकर हमेशा ये बहाना बनाया जाता है कि राज्य सरकार मदद नहीं करती। लेकिन अगर वह अमेठी लोकसभा क्षेत्र से सांसद चुने जाते हैं तो विकास के लिए राज्य सरकार को मजूबर कर देंगे। फिर चाहे सरकार अखिलेश की हो या बहन मायावती की। उन्होंने कहा कि अगर राज्य सरकार अमेठी की उपेक्षा करेगी तो मुख्यमंत्री आवास के सामने अमेठी की समस्याओं के लिए मैं खुद धरने पर बैठूंगा।
खास बात है कि कुमार विश्वास की सभाएं भीड़ के लिहाज से भले ही बेहद छोटी हों लेकिन उसमें मौजूद लोगों को कुमार विश्वास का अन्दाज और बातें पसन्द आ रही हैं। रामगढ़ के प्रधान मनीष सिंह ने कहा कि आज तक लोकसभा चुनाव के किसी प्रत्याशी ने रामगढ़ गांव की समस्याएं सुनने की कोशिश नहीं की। लेकिन कुमार विश्वास यहां आये और हमारी समस्याऐं सुनी।
कुछ इसी तरह की राय अन्य क्षेत्रों के लोगों की भी है। हालांकि लोकसभा चुनाव से पहले अमेठी की सियासी हवा के बारे में कुछ भी कहना बहुत जल्दी होगा, लेकिन इतना तो तय है कि आने वाला चुनाव बेहद रोचक होगा। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या ठेले पर खड़े होकर जनसभाएं कर लेने मात्र से राहुल गांधी का काम तमाम कर पायेंगे विश्वास।
अभी तक राहुल गांधी एक तरफा जीत हासिल करते आए हैं, लेकिन इस बार उनके सामने एक चर्चित चेहरा है। वहीं कुमार विश्वास भी लोगों के समर्थन से बेहद उत्साहित हैं और कह रहे हैं कि अमेठी में आप की हवा चल रही है। खासतौर से दिल्ली में जिस तरीके से अरविन्द केजरीवाल ने शीला दीक्षित को हराकर बड़े-बड़े दिग्गजों की बोलती बन्द कर दी, कुमार विश्वास को विश्वास है कि अमेठी की जनता भी इस तरह के नतीजे दे सकती है।
वैसे भले ही कुमार विश्वास ने जीत के दावे किये हों लेकिन उनके खुद के पिता को उनकी जीत पर संदेह है और वह पहले ही कह चुके हैं कि अमेठी से कुमार विश्वास को कभी भी चुनाव नहीं लड़ना चाहिए था।
Did You Know: कुमार विश्वास ने एक जनसभा में कहा था कि अगर उन्हें सोनिया चालिसा पढ़ना आता तो उन्हें भी पद्दमश्री और भारत रत्न मिल सकता था। लेकिन वह ऐसा नहीं कर सकते हैं इसलिए उन्हें कभी यह सम्मान नहीं मिलेगा।