बनना है हेल्दी, सेक्सी और क्यूट तो खाओ अंडे
अगर आप अंडा खाते हैं, तो बहुत अच्छी बात है, नहीं खाते हैं, तो आज से शुरू कर दीजिये। शाकाहारी होंगे तो आप यही कहेंगे कि मैं अंडा क्यों खाऊं? आपके इस सवाल का जवाब इस लेख में छिपा है, जिसमें हम आपको अंडे का फंडा बतायेंगे। और आज के दौर में जब तमाम सब्जियां व फल केमिकल डाल कर उगायी जा रही हों, ऐेसे में अंडा आपकी सेहत के लिये एक बेहतरीन आइटम बन सकता है।
संयुक्त राष्ट्र के खाद्य एवं कृषि संगठन के अनुसार दुनिया में करीब एक बिलियन लोग अल्पपोषित या कुपोषित है। यह कुपोषण के संबंध में एक निराशाजनक तस्वीर है। जनसंख्या वृद्धि को ध्यान में रखते हुए 2050 तक यह आंकड़ा बढ़कर 9.1 बिलियन होने का अनुमान है जो और भी निराशाजनक है। यह केवल आंकड़े नहीं बल्कि बेहद चिंता का विषय है । पर, आहार विशेषज्ञों के अनुसार इस छोटे से अंडाकार खाद्य पदार्थ को दुनिया भर में लोगों को खिलाकर अल्पपोषण जैसी समस्या से निपटने में मदद मिल सकती है।
आहार विशेषज्ञों ने अंडे को विटामिन की बड़ी दवाई की गोली के स्वरुप माना है। अंडे में एक पौष्टिक भोजन हेतु आवश्यक विभिन्न विटामिन एवं खनिज तत्व होते हैं। अंडे को पोषण का भंडार माना जाता है। अंडे में विटामिन, खनिज और प्रोटीन जैसे अति आवश्यक तत्व मौजूद होते हैं और इसमें कैलोरी की मात्रा केवल 70 होती है।
अंडे में वसा में घुलनशील विटामिन ए, डी और ई होता है। विटामिन ए स्वस्थ कोशिकाओं के निर्माण, स्वस्थ त्वचा के रखरखाव, दृष्टि एवं प्रतिरक्षा कार्यों के लिए आवश्यक है, वही विटामिन डी स्वस्थ हड्डियों एवं दांतों के विकास, रखरखाव के साथ-साथ प्रतिरक्षा क्षमता एवं तंत्रिका तंत्र के लिए जरूरी है। अंडे में विटामिन ई भी होता है जो अच्छी प्रजनन प्रणाली के लिए जरुरी है। अंडा उन कुछ खाद्य पदार्थों में से एक है जिसमें स्वाभाविक रूप से विटामिन डी होता है।
अंडा विटामिन बी-1, बी-2, बी-5 तथा बी-12 का उत्कृष्ट स्रोत है। विटामिन बी-2 स्वस्थ त्वचा एवं आंखों के लिए आवश्यक है । वही विटामिन बी-12 मस्तिष्क एवं तंत्रिका तंत्र के सामान्य परिचालन के अलावा शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में सहायक है। अंडा विटामिन बी-5 का भी समृद्ध स्रोत्र है जो अमीनो अम्ल तथा फैटी एसिड के संश्लेषण में सहायक है। यह जानना जरूरी है कि अंडे का पौष्टिक महत्व उसके सफेद और पीले भाग में विभाजित है। सफेद भाग में कुल प्रोटीन का आधे से ज्यादा भाग, नियासिन, राइबोफ्लेविन, क्लोरीन, मैग्नीशियम, पोटेशियम, सोडियम, और सल्फर और जस्ता शामिल हैं। वही दूसरी ओर, अंडे में मौजूद पूरी वसा तथा बाकि बचे प्रोटीन का हिस्सा पीले भाग में शामिल होता है।
देता है एनर्जी
अंडे में मौजूद प्रोटीन एक आदमी को पूरे दिन ऊर्जावान रहने में सहायता करता है। अंडे के प्रोटीन में 9 आवश्यक अमीनो एसिड होते हैं, जिन्हें शरीर में प्रोटीन निर्माण में सहायक निर्माता खंडों (ब्लाक) के रूप में माना जाता है।
प्रोटीन का भंडार
एक बड़े अंडे में 6.3 ग्राम प्रोटीन शामिल होता है, जो कि अंडे के सफेद और पीले भाग में लगभग बराबर विभाजित होता है। सफेद भाग में 3.5 प्रोटीन होता है जबकि पीले भाग में 2.8 प्रोटीन होता है। एक अंडे के प्रोटीन में वृद्धि और विकास के लिए आवश्यक सभी अमीनो एसिड शामिल रहते हैं।
मांसपेशियों के लिये फायदेमंद
प्रोटीन मासपेशियों को मजबूत बनाने में भी सहायता करता है, और मध्य आयु में एवं बडी आयु में मासपेशियों में होने वाले नुकसान में भी सहायक होता है।
बच्चों के लिये जरूरी
पीला भाग भी फोलिक एसिड और खनिज जैसे लौह, कैल्सियम, कॉपर और फॉसफोरस उपलब्ध कराता है। यह लौहे की कमी का सामना कर रहे व्यक्तियों जिसमें गर्भवती महिलाएं, बढ़ते हुए बच्चे और धावक शामिल हैं, के लिए एक वरदान है।
थायराइड से बचाता है
अंडे सेलेनियम का भी भंडार है जो कि थायराइड हार्मोन्स संश्लेषण के लिए आवश्यक है और उसी तरह विटामिन ई के साथ मिलकर प्रमुख ओक्सीडेन्ट रोधी एन्जाइम के रूप में काम करता है। एक अंडे में आयोडीन भी मौजूद रहता है जोकि थायराइड के सामान्य ढ़ग से काम करने के लिए आवश्यक होता है।
जन्म के दौरान विकारों को दूर करता है
अंडे का पीला भाग कोलाइन का शानदार स्रोत है, भ्रूण मस्तिष्क के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है और जन्म की कमियों की रोकथाम में सहायता करता है।
दिमाग के लिये फायदेमंद
कोलाइन व्यस्कों की मस्तिष्क कोशिकाओं की झिल्लियों की संरचना के रखरखाव द्वारा मस्तिष्क के कार्य करने की में भी सहायता करता है।
इम्यून सिस्टम मजबूत करता है
कई ओक्सीडेन्ट रोधियों के साथ अंडे में ल्यूटिन और जिएकसांथिन मौजूद है, जिन दोनों को आंखो की बीमारियों की प्रतिरक्षा के लिए सक्रिय भूमिका अदा करने वालों के रूप में देखा जाता है। ऐसा माना जाता है कि मानव शरीर किसी अन्य स्रोत की तुलना में अंडे से अधिक ल्यूटिन और जिएकसांथिन ग्रहण करता है।
स्टेमिना बढ़ाता है
अंडों की विविधता सभी लोगों में पोषक तत्वों की आवश्यकता को पूरा करती है: बच्चे, किशोर अवस्था की गर्भवती महिला, वृद्ध व्यक्ति, धावक। अंडो में मौजूद प्रोटीन भंडार द्रारा बच्चों की उचित सक्षम बढ़ोतरी में सहायता होती है। इससे बच्चों व बड़ों सभी का स्टेमिना बढ़ता है।
गर्भावस्था में जरूरी
गर्भवती महिलाओं में बच्चे के विकास और बढ़ोतरी के आवश्यक सभी एमीनो एसिड्स की पूर्ति के लिए अंडा महत्वपूर्ण है।
संतुलित भोजन
अंडा, इस प्रकार बेहद व्यापक परिपूर्ण संतुलित भोजन है, जोकि एक तरफ वृद्धि और एक शरीर में विभिन्न अत्यधिक आवश्यक परिचालन में सहायता करता है और दूसरी तरफ इससे प्रतिरक्षा प्रणाली उचित ढ़ंग से कार्य करती है।