दिल्ली चुनाव जीतेगी कांग्रेस, लेकिन शीला नहीं बनेगी CM
दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारिख का ऐलान होते ही सियासी पार्टियों के बीच खुद को बेहतर साबित करने की दौड़ शुरु हो गयी है। पार्टियां खुद को बेहतर और दूसरों को बदतर साबित करने की होड़ लग गई है। कांग्रेस का माना है कि इस बार भी चुनाव में कांग्रेस की जीत होगी। कांग्रेस चौथी बार दिल्ली में सरकार बनाएंगी। जीत की हैट्रीक मार चुकी मुख्यमंत्री शीला दीक्षित आत्मविश्वास से भरी हुई है। शीला ने कहा कि कांग्रेस पूरे आत्मविश्वास के साथ चुनाव मैदान में उतरने को तैयार है, हलांकि शीला ने एकबात ये भी साफ कर दी वो इसबार दिल्ली की मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठेंगी।
जहां शीला चौथी बार जीत के लिए उत्साहित है तो वहीं नयी नवेली आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली चुनाव को धर्मयुद्ध जैसा करार दिया है। शीला दीक्षित ने कहा कि 10 दिनों के भीतर ही घोषणापत्र का ऐलान कर दिया जाएगा।केजरीवाल समेत तमाम विरोधी पार्टियों को चुनौती देते हुए शीला ने कहा कि अगर दिल्ली में भ्रष्टाचार है, तो यह बात साबित करें। आम आदमी पार्टी के बारे में सवाल पूछे जाने पर शीला दीक्षित ने कहा कि वह तो आम पार्टी है।
वहीं आप के केजरीवाल ने कहा कि बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही भ्रष्ट पार्टियां हैं। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस बार वोटर कांग्रेस और बीजेपी को छोड़कर 'आप' को वोट देंगे। उन्होंने दावा किया कि 'आप' को दिल्ली चुनाव में 47 सीटें मिलेंगी।