नहीं बक्शी जायेंगी प्रॉविडेंट फंड मारने वाली कंपनियां
नई दिल्ली। अपने मुलाजिमों का प्राविडेंट फंड मार जाने वाली कंपनियों के लिए बुरी खबर है। दरअसल कर्मचारी भविष्य निधि संगठन यानी ईपीएफ ने इस बात को अनिवार्य कर दिया है ताकि सभी कंपनियां अपने मुलाजिमों के आईएफएससी कोड के साथ बैंक खाता संख्या उपलब्ध करा दें। इसमें कोई शक नहीं है कि बहुत सी कंपनियां अपने कर्मियों का फंड काटने के बाद भी उन्हें नहीं देती।
ईपीएफ के एक अधिकारी ने बताया कि वे अपने कामकाज में लगातार सुधार कर रहे हैं। यह कदम भी इसी का हिस्सा है। इस फैसले से ईपीएफ के अंशधारकों को जरूरत पड़ने पर पेमेंट तुरंत हो जाएगी। ईपीएफओ ने अपने कार्यालयों से आईएफएससी कोड के साथ कोर बैंकिंग खाता संख्या प्राप्त करने को कहा है ताकि उसे पो इस निर्देश से सभी सदस्यों का बैंक खाते का ब्योरा प्राप्त करने में मदद मिलेगी जो यूएएन को परिचालन में लाने के लिए जरूरी है।
1.80 मुलाजिमों का बैंक खाता ब्योरा
जनकारी के अनुसार, ईपीएफओ ने 1.80 करोड़ कर्मचारियों का बैंक खाता ब्योरा प्राप्त किया है। साथ ही करीब एक करोड़ कर्मचारियों का पैन भी प्राप्त कर लिया है।
ईपीएफओ अपने करोड़ अंशधारकों के लिए उनके स्थाई भविष्य निधि खाता संख्या को अगले महीने से शुरू कर देगा। इससे किसी कर्मचारी के एक कंपनी से नौकरी छोडऩे के बाद दूसरी कंपनी में जाने पर भविष्य निधि खाता संख्या बदलने की जरूरत नहीं होगी। उसकी भविष्य निधि खाता संख्या वही रहेगा।